- ‘पॉलिटेक्निक चलो अभियान’ के माध्यम से तकनीकी शिक्षा को किया जा रहा प्रोत्साहित
- उत्तर प्रदेश के युवाओं को तकनीकी शिक्षा के साथ रोजगार से जोड़ने के लिए योगी सरकार ने तेज की मुहिम
- पॉलिटेक्निक की संयुक्त प्रवेश परीक्षा में युवाओं के आवेदन बढ़ाने के लिए किया गया प्रचार-प्रसार
- सरकारी, एडेड और प्राइवेट पॉलिटेक्निक में प्रतिवर्ष लाखों युवाओं को प्रशिक्षित करेगी सरकार
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। युवाओं को तकनीकी शिक्षा से जोड़कर उनके लिए रोजगार के अवसर सृजित करने पर जोर दे रही योगी सरकार ने पॉलिटेक्निक के माध्यम से युवाओं को ट्रेंड करने के लिए ‘पॉलिटेक्निक चलो अभियान’ शुरू किया है। इस अभियान के माध्यम से सरकार प्रतिवर्ष सरकारी, एडेड और प्राइवेट पॉलिटेक्निक में लाखों युवाओं को तकनीकी शिक्षा से जोड़ेगी। बीते कुछ वर्षों में पॉलिटेक्निक के प्रति युवाओं में उदासीनता देखी गई है, जिसके चलते सरकारी, एडेड और प्राइवेट कॉलेजों में काफी सीटें खाली रह जाती हैं। पॉलिटेक्निक चलो अभियान के तहत युवाओं को पॉलिटेक्निक में प्रवेश के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी कई मंचों से युवाओं को तकनीकी शिक्षा से जोड़ने के लिए अभियान चलाने की बात कह चुके हैं। हाल ही में उन्होंने एक सभा में कहा था कि प्रदेश सरकार प्रति वर्ष एक लाख सरकारी नौकरियों के साथ 6 लाख निजी नौकरियों का सृजन करेगी। निजी क्षेत्र की यह नौकरियां तकनीकी रूप से सक्षम युवाओं को उपलब्ध कराई जाएंगी।
2018 से 2022 के बीच सीटों में हुई बड़ी वृद्धि
योगी सरकार के निर्देश पर प्राविधिक शिक्षा विभाग ने राज्य के अंदर पॉलिटेक्निक में प्रवेश की संख्या बढ़ाने के लिए सभी पॉलिटेक्निक संस्थानों को अभियान से जुड़ने के लिए कहा है। इस अभियान का उद्देश्य अधिक से अधिक छात्रों को तकनीकी शिक्षा से जोड़कर उनके रोजगार का प्रबंध करना है। सरकार के प्रयास का असर भी देखने को मिला है। 13 जून तक 3.15 लाख से अधिक युवाओं ने पॉलिटेक्निक की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन कर चुके हैं। प्रदेश सरकार ने इसी उद्देश्य को फलीभूत करने के लिए बीते कुछ वर्षों में पॉलीटेक्निक की सीटों में कई गुना वृद्धि की है। 2018 में 154 राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों में जहां सिर्फ 28,999 सीटें थीं, वहीं 2022 में यह बढ़कर 41071 हो गईं। इसी तरह 2018 में जहां 19 एडेड पॉलीटेक्निक संस्थानों में 9911 सीटें थीं,जो 2022 में 9927 हो गईं। प्राइवेट पॉलिटेक्निक संस्थानों में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई। कुल 1294 प्राइवेट संस्थानों में 2018 में जहां कुल 119765 सीटें थीं जो 2022 में बढ़कर 187390 हो गईं। इसी तरह महिला पॉलिटेक्निक संस्थानों में भी सीटों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। 19 सरकारी और 2 अनुदानित महिला पॉलिटेक्निक संस्थानों में 2018 में जहां 4825 सीटें थीं तो वहीं 2022 में इनकी संख्या बढ़कर 6203 हो गई।
आवेदनों की संख्या में बढ़ोतरी के लिए किए गए प्रयास
पॉलिटेक्निक में प्रवेश के लिए अधिक से अधिक आवेदन प्राप्त हों, इसके लिए प्राविधिक शिक्षा विभाग की ओर से कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत, सभी राजकीय एवं अनुदानित पॉलीटेक्निक संस्थानों को पॉलिटेक्निक चलो अभियान 2023 के लिए 10 हजार रुपए का अनुदान दिया गया है। सभी जिलों के जिलाधिकारियों, बेसिक शिक्षा अधिकारियों तथा राजकीय औद्योगिक शिक्षण संस्थानों में भी प्रचार-प्रसार के लिए पत्राचार किया गया। व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए 375 होर्डिंग्स, 3200 बैनर, 25500 पोस्टर, तथा 410000 हैंड बिल, विभिन्न शिक्षण संस्थानों में वितरित किए जा चुके हैं। सभी जिलों में प्रवेश परीक्षा के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए जोर-शोर से पॉलिटेक्निक चलो अभियान 2023 के अंतर्गत विभिन्न शिक्षण संस्थानों में चलाया जा रहा है। सभी जिलाधिकारियों, मंडलायुक्तों से सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों एवं निजी सचिव, मुख्य सचिव, माध्यमिक शिक्षा को प्रचार-प्रसार के लिए स्पेशल कैंप लगाने के प्रयास करने को कहा गया है।