- सीएम योगी ने बीज विपणन कम्पनियों की सिक्योरिटी राशि को 10 से घटाकर 5 लाख किया
- कृषि कुंभ-2023 की समयबद्ध रणनीति बनाने के लिए अधिकारियों को दिये निर्देश
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। योगी सरकार प्रदेश के किसानों की आय कई गुना बढ़ाने तथा कृषि संबंधी संसाधन उपलब्ध कराने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मॉनीटरिंग भी करते हैं। इसी का नतीजा है कि पिछले छह वर्षों में किसानों की आय में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। इसी कड़ी में योगी सरकार ने प्रदेश के किसानों को समय से बीज उपलब्ध कराने और उसकी पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। अब किसानों को बायोमैट्रिक के जरिये नि:शुल्क बीज मिनीकिट वितरित की जाएगी ताकि कोई किसान इससे वंचित न रह जाए।
किसानों को बाजार से बीज खरीदने को दिया जाएगा सब्सिडी टोकन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने संकर बीजों के उपयोग को बढ़ावा देने की योजना, कृषि कुम्भ की तैयारी, उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम, आॅटोमेटिक वेदर स्टेशन तथा आॅटोमेटिक रेन गेज स्थापित किये जाने, यूपी स्टेट एग्रो इण्डस्ट्रियल कारपोरेशन लि. की वित्तीय स्थिति तथा खरीफ सीजन में उर्वरकों की उपलब्धता को लेकर समीक्षा बैठक ली। इस दौरान बीज वितरण के लिए अधिसूचित की गई कंपनियों की सिक्योरिटी राशि को 10 लाख से घटाकर 5 लाख करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही उन्हें सभी जिलों में कार्य करने की अनुमति भी दी जाएगी। पात्र किसानों को संकर बीजों के मिनीकिट समय पर मिलें, इसके लिए बायोमेट्रिक मशीनों की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही प्रतिस्पर्धी कंपनियां अपने बीज स्टॉल लगाएंगी, जिससे किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज समय पर बिना किसी कठिनाई के मिल सके। इसके विकल्प के रूप में किसानों को सब्सिडी वाले टोकन उपलब्ध कराकर बाजार से बीज खरीदने की छूट भी दी जा सकती है।
स्कूली बच्चों को बताएंगे मोटे अनाज के गुण
योगी सरकार अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के अवसर पर उत्तर प्रदेश में कृषि कुंभ की तैयारी कर रही है, ताकि उत्तर प्रदेश के किसानों को कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट उत्पादन करने वाले देशों से आए विशेषज्ञों के अनुभवों का लाभ मिल सके। इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है। साथ ही अधिकारियों को इस बात के लिए भी निर्देशित किया गया कि कृषि कुंभ का लाभ प्रदेश के प्रत्येक गांव के किसानों तक अवश्य पहुंचे। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम में मोटे अनाजों के प्रति जन सामान्य को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए 9वीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूली बच्चों को मोटे अनाजों के संबंध में विशेष रूप से जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये जाएंगे। वहीं एआई आधारित आॅटोमेटिक वेदर स्टेशन तथा आॅटोमेटिक रेन गेज पंचायत स्तर स्थापित किए जाएंगे। इन केंद्रों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर होने वाली मौसम गतिविधियों के आधार पर किसानों को मोबाइल एप्लीकेशन तथा पंचायत सहायक के माध्यम से सूचनाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इन मौसमी दशाओं के आधार पर किसान बेहतर कृषि प्रबंधन रणनीति अपना सकेंगे।
72 घंटे के अंदर किसानों को मिलेगी सब्सिडी
योगी सरकार प्रदेश भर में मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बनाई जाने वाली रणनीति के तहत वर्षभर की गतिविधियों का कैलेंडर तैयार करने की योजना बना रही है। उसके अनुसार प्रदेश के विभिन्न जिलों में अधिक उत्पादन वाले मिलेट्स के प्रति किसानों के लिए जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें किसानों को मिलेट्स के उत्पादन, विपणन तथा प्रसंस्करण के संबंध में जागरूकता के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जा रही है। वहीं संकर बीजों के वितरण की सब्सिडी किसानों को 72 घंटों के भीतर उपलब्ध कराई जाएगी।