अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। सोमवार को थाना निवाड़ी पुलिस द्वारा एक अधिवक्ता को गिरफ्तार कर जेल भेजने से नाराज वकीलों ने मंगलवार को कोर्ट परिसर में जमकर हंगामा किया। जेल भेजे जाने की खबर लगते ही सुबह जैसे ही वकील कोर्ट पहुंचे वैसे ही एकत्र होकर पुलिस के खिलाफ भड़क गए। वकीलों ने कोर्ट परिसर में जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और हंगामा किया। कचहरी जाने का मुख्य रास्ता रोक दिया। यही नहीं, कोर्ट परिसर की खिड़कियां तोड़ दीं। मीडिया कर्मियों से भी दुर्व्यवहार किया उनके कैमरे और मोबाइल फोन को तोड़ दिया। वकीलों का गुस्सा देखकर हंगामा शांत कराने आए पुलिसवाले भी बाहर की तरफ भाग गए। कोर्ट परिसर में हंगामे के बाद वकील पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचे वहां भी पुलिस के विरोध में भड़ास निकाली बाद में सभी अधिवक्ता कमिश्नरेट कार्यालय के सामने हापुड़ रोड पर आ गए और रोड जाम कर वहीं बैठ गए। थोड़ी देर में ही सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। पुलिस ने आनन फानन में रूट डायवर्ट किया। वाहन चालक घण्टो जाम में फंसे रहे।
दरअसल, 14 मई यानी 2 दिन पहले पुलिस ने एक वकील को पुलिस पर हमले के आरोप में हिरासत में ले लिया था। वकीलों की मांग है कि हिरासत में लिए साथी वकील को छोड़ा जाए और फर्जी मुकदमा खत्म किया जाए। नहीं तो हड़ताल जारी रहेगी। पुलिस ने एहतियातन कचहरी परिसर और आस-पास के इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया।
वकीलों की मांग है कि वकील पवन त्यागी को तुरंत रिहा कर उन पर दर्ज मुकदमें को रद्द किया जाए,धारा 151 के मुकदमों को पहले की तरह नगर मजिस्ट्रेट के यहां ट्रान्सफर किया जाए और निवाड़ी थाने के दोषी पुलिस कर्मियों व डीसीपी ग्रामीण रवि कुमार के खिलाफ कार्यवाही की जाए इसके अलावा कुछ अन्य मांगे भी शामिल है। उन्होंने कहा यदि मांगे नहीं मानी गई तो आंदोलन और उग्र हो सकता है।
अधिवक्ता पवन त्यागी को जमानत मिल गयी जमानत के बाद जेल से रिहा होने के बाद सीधे वकीलों के धरना स्थल पर पहुंचा जिसके बाद वकीलों ने शाम करीब सात बजे धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया। वकीलों की अगली रणनीति क्या होगी यह बुधवार को पता चलेगा।
थाना प्रभारी बोले- दरोगा की वर्दी फाड़ी गई
14 मई को निवाड़ी थाना के भनेड़ा गांव में रहने वाले गोलू ने फोन करके पुलिस को सूचना दी कि उसके साथ लूट हुई है। आरोप गांव के रहने वाले शैंकी और वकील पवन त्यागी पर लगाया। निवाड़ी थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सूचना पर सब इंस्पेक्टर गौरव कुमार और तीन कॉन्स्टेबल मौके पर पहुंचे। उन्होंने लूट की झूठी सूचना देने के आरोप में वकील पवन त्यागी, गोलू और शैंकी को हिरासत में ले लिया, तभी गांव वाले इकट्ठा हो गए और पुलिस पर हमला कर दिया। दरोगा की वर्दी भी फट गई। इसके बाद पुलिस ने वकील पवन त्यागी को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर लिया है।