Dainik Athah

नेताओं के लिए सिरदर्द, कैसे तैयार होगा महापौर- चेयरमैन पदों पर तीन- तीन का पैनल

निकाय चुनाव में दावेदारों की फौज बनेगी परेशानी का सबब

गाजियाबाद महापौर सीट पर 34, लोनी में 26, खोड़ा में 24, मोदीनगर में 16, मुरादनगर में 11 आवेदन

भाजपा की महिला नेताओं के साथ ही हर निकाय में वरिष्ठ नेताओं की पत्नियां उतरी मैदान में


अशोक ओझा
गाजियाबाद।
निकाय चुनाव भाजपा नेताओं के लिए अब बड़ा सिरदर्द बनता जा रहा है। जिस प्रकार महापौर समेत नगर पालिकाओं के चेयरमैन पदों के लिए पार्टी में आवेदन आये हैं उसने छोटे से लेकर बड़े नेताओं को भी चौंका दिया है। अब तक यह भी तय नहीं हो सका है कि पैनल का आधार क्या होगा। हालांकि उम्मीद है कि 18 अप्रैल की रात तक पैनल तैयार कर लखनऊ भेज दिये जायेंगे।
केंद्र व उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार होने के साथ ही उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार का डंका बज रहा है। भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को लगता है कि इस मौके पर भी यदि महापौर और चेयरमैन पद नहीं मिला तो फिर कब मिलेगा। यहीं कारण है कि पार्टी में महापौर और चेयरमैन पदों के लिए आवेदन की एक प्रकार से होड़ सी लग गई है। ऐसे में पैनल तैयार करना भी एक कठिन कार्य होगा। जबकि नामांकन की अंतिम तिथि 24 अप्रैल है। यदि सबसे पहले गाजियाबाद महापौर पद की बात की जाये तो पार्टी की पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष लज्जा रानी गर्ग, प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता दयाल, पूर्व जिलाध्यक्ष महेश अग्रवाल की पत्नी रमा अग्रवाल, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मयंक गोयल की पत्नी डा. रूची गोयल, यशोदा अस्पताल के कर्ताधर्ता दिनेश अरोड़ा की पत्नी डा. शशी अरोड़ा, डा. आरके पोद्दार की पत्नी डा. मधु पोद्दार, पूर्व महापौर आशा शर्मा, उदिता त्यागी ऐसे नाम है यदि इनमें से ही तीन- तीन का पैनल तैयार करना पड़ा तो कोर कमेटी के पसीने छूट जायेंगे। इनमें हर किसी का समर्थक कोर कमेटी में होगा। सबसे अधिक परेशानी गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह और विधायकों के सामने होगी। इसका कारण यह है कि ये जन प्रतिनिधि है तथा इनके समर्थकों की भी भरमार है।
लोनी नगर पालिका में 16 आवेदन चेयरमैन पद के लिए हैं। इनमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी मावी, विधायक प्रतिनिधि ललित शर्मा की पत्नी सोनिया, विजय भाटी की पत्नी शिमला, सूरज चौधरी की पत्नी अंजू, पूर्व चेयरमैन डा. विनोद बंसल की पत्नी मीनू, योगेंद्र मावी की पुत्र वधु चारू मावी, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रमेंद्र जांगड़ा की पत्नी ममता और पुरानी कार्यकर्ता के साथ ही भाजयुमो जिलाध्यक्ष हिमांशु शर्मा की मां मधु शर्मा प्रमुख दावेदारों में शामिल है। ऐसे में यहां पर भी पैनल बनाना पार्टी के जिले के नेताओं के लिए कठिन होगा।
बात मुरादनगर की की जाये तो आवेदन 11 है, लेकिन कोई जनरल वीके सिंह के खास है तो कोई किसी अन्य नेता के। इस कारण यहां पर भी पैनल तैयार तो होगा, लेकिन काफी रगड़े झगड़े के साथ। किसी नाम को अनदेखा नहीं किया जा सकता तो कोई कोर कमेटी के कई सदस्यों को साधे हुए हैं।

मामला खोड़ा में भी कम पेचिदा नहीं है। यहां पर जनरल वीके सिंह के साथ ही महानगर अध्यक्ष, साहिबाबाद विधायक के करीबियों के साथ ही किसी न किसी का एक समर्थक टिकट का दावेदार है। इस स्थिति में यहां पर तो तलवारें खिंच सकती है। अब देखना यह है कि भाजपा कैसे अपने कार्यकर्ताओं को मनायेगी। सूत्रों की मानें तो 18 अप्रैल को सभी पैनल तैयार कर दिये जायेंगे।

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