तीन दिन में मांगी हर पहलू पर रिपोर्ट, गिर सकती है गाज
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। मोदीनगर तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान एक किसान द्वारा अपने हाथ की नस काट लेने के बाद उसकी मौत होने के मामले में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने अपर जिलाधिकारी प्रशासन को इस मामले की जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा है। वहीं, एडीएम ने करीब करीब जांच पूरी कर ली है।
बता दें कि मोदीनगर तहसील के गांव डिडौली निवासी 65 वर्षीय किसान सुशील कुमार की गांव में स्थित करीब 240 मीटर जमीन पर कब्जा है। किसान जमीन को कब्जा मुक्त कराने की मांग कर रहा था। उसने इस संबंध में संपूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र भी दिया था जिसके बाद संबंधित लेखपाल गांव में गये और पैमाइश की थी। एसडीएम शुभांगी शुक्ला के अनुसार दो बार लेखपाल गांव में गये थे। इसी मामले में किसान ने शनिवार को मोदीनगर तहसील में अपना हाथ काट लिया। इस मामले में हड़कंप मच गया और किसान को पहले तहसील के बराबर में ही स्थित सीएचसी ले जाया गया। लेकिन बीपी लो होने पर मेरठ रैफर कर दिया। रास्ते में उसकी मृत्यु हो गई।
अधिकारियों के अनुसार शासन के निर्देश है कि आबादी की जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए धारा 24 में एसडीएम न्यायालय में वाद दायर किया जाता है तथा कोर्ट फीस जमा होती है। लेकिन किसान ने ऐसा नहीं किया था। हालांकि लेखपाल भी धारा 24 में वाद दायर करने संबंधी रिपोर्ट भी दे चुके थे। गांव में पैमाइश का आस पड़ौस के लोगों ने विरोध भी किया था।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने शनिवार को आदेश जारी कर अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु सुहास को पूरे प्रकरण की जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिये हैं। इन आदेशों के बाद शनिवार को ही ऋतु सुहास मोदीनगर तहसील एवं डिडौली गांव गई तथा वहां पर जाकर जांच की थी। सूत्रों के अनुसार जांच रिपोर्ट आने के बाद तहसील के संबंधित लेखपाल के ऊपर गाज गिर सकती है। इसका कारण यह है कि लेखपाल ने रिपोर्ट तो सौंप दी, लेकिन किसान को इस मामले में पूरी तरह से समझाया नहीं था।
मामला गंभीर है। इस मामले में एडीएम प्रशासन से तीन दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। इतना ही नहीं इस मामले में हर पहलू पर जांच करवाई जायेगी। यह भी देखा जायेगा कि किसान को किसी ने उकसाया तो नहीं। इस मामले में जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।