- महापौर- निकाय अध्यक्षों के आरक्षण घोषित
- राजनीतिज्ञों की उम्मीदों पर फिरा पानी, महिला दावेदार हुई सक्रिय
- अधिकांश निकाय महिलाओं के लिए आरक्षित होने से महिलाओं की सत्ता में बढ़ेगी दावेदारी
अशोक ओझा
गाजियाबाद। निकाय चुनाव के लिए महापौर एवं नगर पालिका अध्यक्षों के लिए जो आरक्षण घोषित किया गया है उससे गाजियाबाद जिला महिला सशक्तिकरण की बड़ी मिसाल के रूप में उभरकर सामने आयेगा। आरक्षण घोषित होने के बाद पुरुष दावेदार सबसे अधिक बेचैन है।
गाजियाबाद जिले में महापौर एवं नगर पालिकाओं को देखें तो अकेली मोदीनगर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद ऐसा है जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। अन्य सभी नगर पालिका एवं महापौर पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित हो गये हैं। इसके बाद सबसे पहले गाजियाबाद महापौर पद पर टिकट के लिए लंबे समय से भागदौड़ कर रहे दावेदार अपने घरों तक सिमट कर रह गये हैं। ठीक ऐसी ही स्थिति लोनी, मुरादनगर एवं खोड़ा मकनपुर नगर पालिकाओं के दावेदारों की भी हुई है। इसमें वे दावेदार सबसे अधिक मायूस है जिनकी पत्नी केवल घरेलू महिला है और राजनीति में रूचि नहीं रखती।
गाजियाबाद महापौर पद के लिए भाजपा से दावेदारों की लंबी फेहरिस्त थी। जिसमें महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा के साथ ही पूर्व महानगर अध्यक्ष अशोक मोंगा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मयंक गोयल, समाजसेवी ललित जायसवाल, आशु वर्मा, महेश अग्रवाल, पवन गोयल, संजय कुशवाहा, अजय शर्मा, पीएन अरोड़ा, अनिल स्वामी समेत अन्य शामिल थे। जबकि अब महिला सीट होने पर निवृतमान महापौर आश शर्मा के साथ ही भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता दयाल, उपासना अरोड़ा, उदिता त्यागी, संजय कुशवाहा की पत्नी डा. रूचि, मयंक गोयल की पत्नी डा. रूचि के साथ ही अन्य दावेदार तैयार हो रहे हैं।
इसमें लोनी को देखा जाये तो पहले से दावेदारों की पत्नियों की राजनीति में कोई रूचि नहीं है, जबकि पवन मावी की पत्नी लक्ष्मी मावी इसमें सबसे मजबूत के रूप में सामने आ रही है। इसके साथ ही डा. विनोद बंसल की पत्नी मीनू बंसल भी दावा ठोंक रही है।
मुरादनगर सीट पर महानगर महामंत्री गोपाल अग्रवाल, संजीव त्यागी, पूर्व चेयरमैन राधे अरोड़ा की दावेदारी मजबूत थी। अब यह माना जा रहा है कि इनकी पत्नियां चुनाव मैदान में उतरेगी।
मोदीनगर में अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष विनोद वैशाली, अमित तिसावड़, विजय वाल्मीकि, अमित कराटे लंबे समय से चुनावी तैयारियों में जुटे हैं। अमित कराटे सांसद सत्यपाल सिंह एवं पूर्व विधायक सुदेश शर्मा के खास माने जाते हैं। पिछले दिनों हुई शहीदों की याद में यात्रा में सुदेश शर्मा सबसे आगे थे।
आरक्षण सूची जारी होने से निवाड़ी नगर पंचायत के सामान्य दावेदारों में सबसे अधिक खुशी है। यहां पर सभी दलों के दावेदारों ने चुनावी तैयारी शुरू कर दी है।