मंथन: भारत का स्तंत्रता दिवस के दिन इस बार चौंकाने की बारी भारतीय क्रिकेटरों की थी। 15 अगस्त को शाम 7.29 बजे भारत के सफलतम भारतीय क्रिकेट कप्तान एवं मिस्टर कूल महेंद्र सिंह धोनी ने इंस्टाग्राम पर पुराने गीत ‘‘मैं पल दो पल का शायर हूं’’ के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को छोड़ने की घोषणा कर दी।
इसके साथ ही उन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट जीवन की अनेक तस्वीरों को भी शेयर किया। इसकी गूंज अभी मध्यम भी नहीं पड़ी थी कि गाजियाबाद के लाडले क्रिकेटर सुरेश रैना (सोनू) ने भी अपने प्रिय कप्तान की राह पर चलते हुए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। दोनों के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने से देश के क्रिकेट प्रेमियों को बड़ा झटका लगा।
दोनों के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहे 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि एक बेहतरीन क्रिकेटर, सुलझे हुए राजनीतिज्ञ एवं एक बेहतरीन इंसान चेतन चौहान ने तो दुनिया को ही अलविदा कह दिया। क्रिकेट एवं राजनीति के इतने लंबे सफर में कभी भी चेतन चौहान का नाम विवादों में नहीं रहा। मुझे याद है जब मैं बहुत छोटा था उस समय सुनील गावस्कर व चेतन चौहान की ओपनिंग जोड़ी ने हर क्रिकेट प्रेमी के दिलों में स्थान बना लिया था।
चेतन चौहान से अंतिम मुलाकात मुरादनगर में वरिष्ठजनों के आश्रम के उद्घाटन के दौरान हुई थी। उस समय वे अपने व्यस्त कार्यक्रम में से समय निकालकर वीवीआईपी ग्रुप के सीएमडी प्रवीण त्यागी के बुलावे पर आये थे।
उनकी पत्नी गाजियाबाद स्थित सैंट्रल बैंक की राईट गंज शाखा में वरिष्ठ प्रबंधक थी। उनके साथ भी चेतन चौहान से मिला था। इसीलिए मैं कह सकता हूं चेतन बेहतरीन इंसान थे। अलविदा चेतन।
मंथन———————————————————————————-Manthan