- मिलेट्स थीम पर आयोजित होगा ‘ईट राइट’ मेला
- खाद्य सुरक्षा विभाग करा रहा आयोजन, गोविवि में मिलेट्स से बने व्यंजनों के लगेंगे स्टाल
- मिलेट्स के प्रोत्साहन में जुटी है मोदी-योगी की सरकार
अथाह संवाददाता गोरखपुर। ‘सही भोजन-बेहतर जीवन’ के ध्येय वाक्य के साथ खाद्य सुरक्षा विभाग गोरखपुर में ‘ईट राइट मेला’ का आयोजन करने जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 में मिलेट्स (मोटे अनाज) या श्रीअन्न को केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से दिए जा रहे प्रोत्साहन के मद्देनजर “ईट राइट” मेला का थीम भी मिलेट्स ही होगा। मेले में मिलेट्स से बने व्यंजनों के स्टाल लगाए जाएंगे। साथ ही मिलेट्स के फायदे बताने वाले जागरूकता के कार्यक्रम, विद्यार्थियों के बीच विविध प्रतियोगिताओं के आयोजन भी होंगे। गोरखपुर में ईट राइट मेला 24 मार्च को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में होगा।
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण की तरफ से पूरे देश में ईट राइट (सही खाओ) अभियान चलाया जा रहा है। इसके माध्यम से सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित, स्वस्थ और टिकाऊ भोजन सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। धारणा यह है कि यदि हम सही खाएंगे तो आहार संबंधी बीमारियों से बचे रहेंगे। ईट राइट के संदेश को व्यापकता देने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग की तरफ से जिला स्तर पर मेला-प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा। गोरखपुर में भी ऐसा आयोजन होने जा रहा है। इसमें मिलेट्स (ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो, मडुआ, सावां आदि) को नियमित खाद्य के रूप में शामिल करने का संदेश विशेष रूप से समाहित होगा। खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त कुमार गुंजन बताते हैं कि ईट राइट मेला-प्रदर्शनी में मिलेट्स से बने व्यंजनों का स्टाल लगाया जाएगा। इसमें बाजरे की रोटी, ज्वार की खिचड़ी, कोदो की खीर जैसे परम्परिक व्यंजन के साथ मिलेट्स के कुछ प्रायोगिक व्यंजन होंगे। साथ ही इन अनाजों के पोषक तत्वों की जानकारी भी दी जाएगी। आयोजन के दौरान मिलेट्स और ईट राइट को लेकर विद्यार्थियों के बीच जागरूकता संबंधी प्रतियोगिताएं भी होंगी।
पोषण की खूबियों के लिहाज से सुपर फूड है मिलेट्स हमारी पारंपरिक खेती का हिस्सा रहे मिलेट्स या मोटे अनाज पोषण की खूबियों के चलते सुपर फूड हैं। इसी खूबी के चलते इस साल केंद्रीय बजट में इसे श्रीअन्न नाम दिया गया है। अर्से से उपेक्षा के शिकार हो रहे मिलेट्स के दिन कुछ वर्षों से बहुरने लगे हैं। केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की मोदी सरकार मिलेट्स की मांग व आपूर्ति दोनों को प्रोत्साहित करने में जुटी है। अपने देश मे 2018 में ही मिलेट्स ईयर मनाया जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर घोषित किया है। इस क्रम में केंद्र के अलावा उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने भी मिलेट्स के प्रोत्साहन को व्यापक कार्ययोजना तैयार की है। जहां तक मिलेट्स के फायदे की बात है तो श्रीअन्न में शामिल ज्वार ग्लूटेन फ्री और प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। डायबिटीज के मरीजों के लिए बढ़िया भोजन है। इसी तरह बाजरा में विटामिन बी6, फॉलिक एसिड मौजूद है। ये खून की कमी को दूर करता है। मडुआ नेचुरल कैल्शियम का स्रोत है। बढ़ते बच्चे और बुजुर्गों की हड्डी मजबूत करने में मदद करता है। सांवा फाइबर और आयरन से भरपूर है। एसिडिटी, कब्जियत और खून की कमी को दूर करता है। कोदो भी फाइबर से भरपूर है। घेंघा रोग, रुसी की समस्या से संबंधित बीमारी और बवासीर में फायदेमंद है।