लोनी बार्डर क्षेत्र में पीट पीटकर हत्या का मामला
क्या विधायक के करीबी पर क्या हाथ डालने से बच रही पुलिस
अथाह संवाददाता
लोनी। होली के त्यौहार से पहले एक श्रमिक की लोनी बार्डर क्षेत्र में पीट पीटकर हत्या करने के मामले में अब पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे हैं। इस मामले में घटना के चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ कथित भाजपा नेता और विधायक का करीबी नहीं लगा है।
बता दें कि पांच मार्च की रात में लोनी बार्डर क्षेत्र की लक्ष्मी गार्डन कालोनी में जय कुमार की आपसी विवाद में लाठी- डंडों से पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में ललित गौतम के साथ ही सन्नी मित्रा, अंकुश, संजय और जयराम के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। मामले में शामिल सन्नी मित्रा भाजपा किसान मोर्चा का पूर्व पदाधिकारी होने के साथ ही स्थानीय भाजपा विधायक का करीबी बताया जाता है। हालांकि, भाजपा के जिले के पदाधिकारी सन्नी से पूर्व में ही किनारा कर चुके हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष के साथ ही किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष ने पूर्व में बयान दिया था कि उसका भाजपा से कोई मतलब नहीं है और वह पदाधिकारी भी नहीं है। बावजूद इसके पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो पा रही है।
इस मामले में पुलिस ने जयराम को गिरफ्तार किया है। जयराम ने कबूल किया कि जय कुमार को लाठी डंडों और झाड़ू से पीटा गया था। पुलिस ने प्रेस नोट में जयराम का जो बयान जारी किया है वह पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करने के लिए काफी है। बयान में सन्नी मित्रा के नाम का जिक्र तक नहीं है। इस आरोपी ने झाड़ू से पीटना बताया। झाड़ू से पीटने से किसी की मौत हो जाये यह गले नहीं उतरता। जिस प्रकार का आरोपी का बयान दिया गया है उससे पुलिस इसे भी बचाने का प्रयास कर रही है।
खतौली विधायक मदन भैया कर चुके हैं दोषियों की गिरफ्तारी की मांग
बता दें कि घटना के बाद खतौली विधायक मदन भैया मृतक के घर पहुंचे थे और शोक व्यक्त किया था। उन्होंने भी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की थी। इसके साथ ही यह मामला पूरे लोनी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन लगता है कि पुलिस शायद किसी दबाव में है।