मंत्रियों की पदाधिकारी से होगी छु्ट्टी, नयों को मिलेगा मौका, पदोन्नति भी होगी
क्षेत्रीय अध्यक्षों पर भी लटक रही तलवार
अथाह ब्यूरो लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कमेटी की संभावित घोषणा ने प्रदेशभर के भाजपा नेताओं की बेचैनी को बढ़ा दिया है। वर्तमान प्रदेश कमेटी से करीब एक दर्जन की छुट्टी होगी तो कइयों की पदोन्नति हो सकती है। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार प्रदेश कमेटी को अंतिम रूप दे दिया गया है। इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी एवं प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी सलाह की थी। बता दें कि भाजपा नेतृत्व संगठन के मामलों में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दरकिनार नहीं करना चाहता। इसके साथ ही पूर्व में संगठन एवं सरकार में जिस प्रकार मतभेद थे वह स्थिति फिर से उत्पन्न नहीं करना चाहता। यहीं कारण है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सलाह मशविरा किया गया तथा उनकी सलाह को भी महत्व दिया गया है। इसके साथ ही प्रदेश कमेटी पर अंतिम मुहर भी राष्टÑीय नेतृत्व से लगवा ली गई है। बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी एवं प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह शनिवार की शाम से दिल्ली में थे। सूत्र बताते हैं कि इस दौरान उन्होंने प्रदेश कमेटी पर केंद्रीय नेतृत्व की सहमति प्राप्त कर ली। भाजपा सूत्रों की मानी जाये तो वर्तमान प्रदेश कमेटी से करीब एक दर्जन नेताओं की छु्ट्टी होनी तय है। इनमें मुख्य रूप से प्रदेश सरकार के मंत्रियों से पदों को वापस लेकर ऊर्जावान कार्यकर्ताओं को स्थान दिया जायेगा। इतना ही नहीं वर्तमान प्रदेश कमेटी में कुछ लोगोें की पदोन्नति होनी भी तय मानी जा रही है। इतना ही नहीं प्रदेश के कुछ पदाधिकारियोें को केंद्रीय टीम में उनके दायित्व के मद्देनजर कार्यमुक्त भी किया जा सकता है। इसके साथ ही जिलों एवं क्षेत्र में काम कर रहे ऊर्जावान कार्यकर्ताओं को प्रदेश कमेटी में लाकर उनका आगामी निकाय चुनाव के साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव में भी उपयोग किया जाना है। इसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई चेहरों के नाम शामिल है। ऐसा होने पर निश्चित रूप से दोनों चुनावों में भाजपा को लाभ होगा।
सूत्रों की मानें तो प्रदेश के क्षेत्रीय अध्यक्षों के दायित्वों में बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है। लेकिन पश्चिम के क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल को लेकर स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। पहले जहां उन्हें हटाने की चर्चा तेज थी कि वे बिजनौर से चुनाव लड़ने के इच्छुक है इस कारण दायित्व बदला जाना है। लेकिन कुछ दिनों से यह चर्चा भी जोर पकड़ रही है कि शायद उन्हें वर्तमान पद पर बरकरार रखा जाये। प्रदेश भाजपा के दोनों प्रमुख नेता इस समय पूरी कमेटी को गोपनीय रख रहे हैं। अब स्थिति यह है कि पूरे प्रदेश के नेताओं की नजर भाजपा के लखनऊ कार्यालय अथवा मीडिया की तरफ लगी है कि पता नहीं कब नई टीम घोषित हो जाये।