Dainik Athah

दलीय निष्ठा से कुछ अलग है तो वह ‘प्रेम भाव और शिष्टाचार’

दल अलग- अलग, विधायक भी अलग- अलग जिलों के, निवासी गाजियाबाद जिले के

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद
। विधायक चाहे अलग अलग दलों के हो, लेकिन आपसी सौहार्द और शिष्टाचार राजनीति में भी आवश्यक है। फोटो में जो विधायक नजर आ रहे हैं वे शायद इसी तरफ इशारा भी कर रहे हैं।

इन दिनों उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। जाहिर है कि ऐसे में सभी दलों के विधायक भी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ही मौजूद रहेंगे। बुधवार को कुछ ऐसा ही हुआ जावली निवासी मदन भैया रालोद से मुजफ्फरनगर जिले की खतौली सीट से विधानसभा उप चुनाव में विधायक चुने गये। वहीं, मुरादनगर से दूसरी बार के भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी और सहारनपुर देहात सीट से आशु मलिक का निवास भी गाजियाबाद जिले के ही मुरादनगर में है। जब ये तीनों विधानसभा में टकराये तो एक ग्रुप फोटो तो बनता ही है। इसको लेकर चाहे कोई भी कयास लगाये लेकिन यह आपसी शिष्टाचार की भी एक मिसाल है।

बता दें कि तीनों ही विधायक मेल जोल में माहिर है। और जब तीनों एक ही जिले के रहने वाले हो तो फिर आपसी मेल मुलाकात और शिष्टाचार तो बनता ही है। हालांकि इसको लेकर भी कुछ कहें, लेकिन तीनों के दलों को इससे कोई नाराजगी नहीं होगी। तीनों को तारीफ ही मिलने वाली है।

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