गाजियाबाद के डीएम एवं जीडीए उपाध्यक्ष रह चुके
गाजियाबाद, यूपी समेत पूरे देश को मिलेगा यादव के एनएचएआई चेयरमैन बनने का लाभ
गाजियाबाद में अनेक विकास योजनाएं संतोष यादव की देन
अशोक ओझा
नई दिल्ली/ गाजियाबाद। यूपी कैडर के 1995 बैच के आईएएस अधिकारी संतोष कुमार यादव अब भारतीय राष्टÑीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के नये मुखिया अर्थात चेयरमैन होंगे। कुछ अलग हटकर करने की उनकी सोच ने ही उन्हें इस महत्वपूर्ण पद तक पहुंचाया है। उनके चेयरमैन बनने के बाद निश्चित ही एनएचएआई में बदलाव देखने को मिलेगा, साथ ही काम में भी तेजी आयेगी।
केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने आदेश जारी कर संतोष यादव को एनएचएआई का चेयरमैन नियुक्त किया है। वर्तमान में शिक्षा मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव की जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे यादव ने नई शिक्षा निति पर पर बहुत अधिक काम किया है। उनके द्वारा तैयार की गई नीति को ही 2023 में पूरे देश में लागू किया जाना है। यादव 15 सितंबर 2003 से 11 अप्रैल 2006 तक गाजियाबाद के जिलाधिकारी के पद कार्य कर चुके हैं। इसके साथ ही वे गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
इसके साथ ही 2012 से लेकर 2015 तक संतोष यादव गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के उपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके हैं। गाजियाबाद शहर को जाम से मुक्ति दिलाने वाली एलीवेटिड रोड, ठाकुरद्वारा फ्लाई ओवर, नेहरूनगर आरओबी उनकी ही देन है। इसके साथ ही गाजियाबाद तक मेट्रो लेकर आने में उनका योगदान अतुल्य रहा है। उस समय की दिल्ली सरकार के लगातार अवरोध को समाप्त करने में भी उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने ही अपने कार्यकाल में गाजियाबाद को सिटी बसों का तोहफा दिया था, यह अलग बात है कि उनके हटने के बाद सिटी बसें बंद कर दी गई। इसके साथ ही सिटी फारेस्ट भी उनकी ही देन है।
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सर्व श्रेष्ठ आईएएस अधिकारी का खिताब भी रहा यादव के नाम
वर्तमान में गाजियाबाद में ही निवास करने वाले संतोष कुमार यादव को सर्व श्रेष्ठ आईएएस का खिताब भी मिला था। उस समय वे जीडीए के उपाध्यक्ष थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनके कार्य निष्पादन, व्यक्तित्व, संवाद कला, निर्णय लेने की क्षमता, सहयोगियों से व्यवहार, कुशल नेतृत्व एवं कार्यों में गुणवत्ता के लिए उन्हें दस में दस अंक दिये थे। उस समय प्रमुख सचिव (आवास विकास) सदाकांत की बनाई रिपोर्ट में लिखा गया है कि संतोष यादव का समय पर कामों का निष्पादन बेहद संतोषजनक है। बोर्ड आॅफ रेवेन्यू चेयरमैन जावेद उस्मानी ने संतोष यादव को 100 फीसद अंक दिए।