महापौर पद का आरक्षण घोषित होने के बाद
पूर्व महानगर अध्यक्ष, क्षेत्रीय पदाधिकारियों की नजर भी महापौर पद पर
दावेदारी के लिए महानगर अध्यक्ष को सौंपे जा रहे आवेदन
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद महापौर पद सामान्य घोषित होने के बाद गाजियाबाद महापौर पद पर सभी की नजरें लगी है। पूर्व पार्षद एवं वर्तमान पार्षदों से लेकर पूर्व विधायक तक महापौर के टिकट की दौड़ में शामिल हो गये हैं।
सोमवार को प्रदेश के नगर विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने महापौर पदों के साथ ही निकाय अध्यक्षों का आरक्षण घोषित कर दिया था। इस आरक्षण में गाजियबाद महापौर पद सामान्य है। महापौर पद सामान्य होने के बाद सोमवार को ही पार्षद अनिल स्वामी आवेदन लेकर महानगर भाजपा अध्यक्ष संजीव शर्मा के पास पहुंच गये। यह भी बता दें कि वर्तमान में उनकी बहन आशा शर्मा महापौर है। इसके बाद मंगलवार को भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष एवं गाजियाबाद की महापौर रह चुकी स्वर्गीय दमयंती गोयल के पुत्र मयंक गोयल, पूर्व पार्षद एवं पूर्व महानगर अध्यक्ष विजय मोहन, वर्तमान पार्षद राजेंद्र त्यागी, पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य वीरेश्वर त्यागी ने भी महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा के समक्ष महापौर पद के लिए आवेदन किया। इसके साथ ही पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री अशोक गोयल ने भी आवेदन किया है।
मंगलवार की शाम खेकड़ा के पूर्व विधायक रूप चौधरी ने भी महापौर पद के लिए आवेदन किया। रूप चौधरी बताते हैं कि जिस समय वे खेकड़ा विधायक थे उस समय खोड़ा कालोनी समेत समूचा ट्रांस हिंडन क्षेत्र खेकड़ा विधानसभा का हिस्सा था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महापौर पद के टिकट के लिए आवेदन किया है। लेकिन पार्टी जिसे भी टिकट देगी जी जान से चुनाव लड़ाया जायेगा।
आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई है, दो दर्जन तक पहुंच सकते हैं दावेदार
भाजपा सूत्रों के अनुसार अभी तो आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई है। लेकिन जल्द ही कुछ पार्षद, पूर्व एवं वर्तमान पदाधिकारी, क्षेत्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारी भी आवेदन करेंगे। इस सूची में पूर्व के और भी महानगर अध्यक्ष शामिल होंगे। हालांकि पार्षद के लिए आवेदन मंडल अध्यक्षों एवं प्रभारियों को देने के लिए कहा गया है।