पुलिस ने अदालत में दाखिल की चार्जशीट
अथाह सवांददाता
गाजियाबाद। कोतवाली क्षेत्र के कन्हैया लाल मार्केट में रहने वाले 16 लाख की धोखाधड़ी में नामजद आरोपियों मनोज कुमार गर्ग, अनुपम गर्ग, पुलकित गर्ग, अरविंद प्रभात, धर्मेंद्र पवार की मुश्किलें बढ़ गई है। पीड़ित राजीव अग्रवाल के द्वारा दर्ज कराई गई धोखाधड़ी की रिपोर्ट के मामले में फरार चल रहे सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है । 3 महीने से अधिक समय की जद्दोजहद के बाद आखिर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शिकंजा कस दिया।
बता दें कि कारोबारी राजीव अग्रवाल से मनोज गर्ग अनुपम गर्ग व पुलकित गर्ग ने 16 लाख रुपए 15 दिन के अंदर वापस करने का वादा कर उधार लिए थे। समय बीतने के बाद जब रकम वापस नहीं की तो राजीव अग्रवाल ने तकादा किया जिस पर अनुपम गर्ग सहित अन्य आरोपियों ने ना सिर्फ धमकी दी बल्कि पैसे वापस करने का फर्जी लेटर भी बना लिया। जांच अधिकारी ने जब इस मामले की गहनता से पड़ताल की तो एक के बाद एक झूठ की परते खुलती चली गई दाखिल की गई चार्जशीट में जांच अधिकारी ने साफ लिखा कि आरोपियों ने राजीव अग्रवाल से पैसे लेकर वापस नहीं किए बल्कि पुलिस को भी गुमराह किया।पैसा वापस न करना पड़े इसलिए आरोपियों ने आरती गोयल को बतौर गवाह बनाकर फर्जी लेटर बनाकर कहा कि पैसे राजीव अग्रवाल को वापस कर दिए। लेकिन जब जांच अधिकारी ने मामले की गहनता से जांच की तो मनोज गर्ग का झूठ पकड़ा गया। उसने कहा कि पैसे वापस न करना पड़े इसलिए उन्होंने यह सब प्लान बनाया था। आरोपी जांच अधिकारी को कोई ठोस साक्ष्य नहीं दे पाए जिस पर जांच अधिकारी ने दाखिल की चार्जशीट में आरोपियों को दोषी ठहराते हुए अदालत से आरोपियों को दंडित करने की सिफारिश की। फिलहाल आरोपी फरार हैं। लेकिन देर सवेर उन्हें कोर्ट में हाजिर होना होगा।