दिल्ली की महिला से कथित सामूहिक दुष्कर्म का मामला
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। 18 अक्टूबर की सुबह नंदग्राम थाना क्षेत्र में बोरे में बंद मिली महिला के साथ 2 दिन तक हुए सामूहिक दुष्कर्म और गुप्तांगों में रॉड डाले जाने की घटना का पुलिस ने पटाक्षेप कर दिया। गुरुवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि दिल्ली की रहने वाली जिस महिला ने 5 लोगों पर 2 दिन तक सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया वह पूरी तरह एक सोची समझी साजिश निकला। उन्होंने बताया कि महिला का पुरुष मित्र आजाद जो पहले मौके पर था लेकिन पुलिस के पहुंचने पर वहां से चला गया। आजाद को हिरासत में लेकर पुलिस ने गहनता से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया। उसने बताया कि महिला और आरोपियों का पहले से संपत्ति विवाद चल रहा है। अगर उन्हें रेप जैसे मामले में फंसाया जाएगा तो जेल चले जाएंगे और वह आसानी से जमीन पर कब्जा कर लेंगे।
भाई के यहां 16 अक्टूबर को आई थी महिला: महिला नंद ग्राम में अपने भाई के यहां जन्मदिन पार्टी में आई थी। रात करीब 9 – 9:30 बजे उसका भाई नंद ग्राम टेंपो स्टैंड पर दिल्ली जाने के लिए छोड़ आया। उसके बाद महिला अचानक वहां से लापता हो गई उसके भाई ने नंदराम थाना में 17 तारीख को तहरीर दी। उसकी बहन लापता है और छानबीन शुरू की। 18 अक्टूबर की सुबह बोरे में बंद महिला सड़क पर मिली। किसी राहगीर ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। जिसे तुरन्त अस्पताल पहुंचाया। हालत खराब होने पर महिला को जीटीबी भेजा गया।
महिला का आरोप था कि दिल्ली के ही रहने वाले स्कार्पियो सवार चार लोगों ने उसे अगवा किया जिन्हें वह जानती है। उनसे संपत्ति को लेकर विवाद है। केस वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। उन्ही लोगों ने उसे अगवा किया और एक सुनसान जगह ले गए जहां एक आदमी पहले से ही मौजूद था पांचों ने उसके साथ रेप किया। यह सिलसिला 2 दिन तक जारी रहा। 18 की सुबह उस के हाथ बांधकर बोरी में बंद कर सड़क किनारे फेंक दिया।
आजाद निकला मास्टरमाइंड
छानबीन में पता चला कि महिला का साथी आजाद जिसने साजिश के तहत आधार कार्ड बनवाएं जो उसी मोबाइल में डिजिटली संग्रहित है। आजाद ने अपने मित्र गौरव पुत्र गंगा शरण और अफजाल पुत्र इकबाल से मिलकर जमीन के विवाद का समाधान निकालने के लिए एक षड्यंत्र रचा, इसके अधीन बलात्कार का आरोप लगाकर आरोपियों के खिलाफ साजिश रची उन लोगों ने रेप जैसे संगीन आरोप लगाकर प्रयास भी किया। लेकिन पुलिस के कानूनी दांव पेंच से बच न सके।
आई जी प्रवीण कुमार ने बताया कि महिला द्वारा लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद है ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं। अभी तक की छानबीन में जो साक्ष्य मिले हैं वह पूरी तरह घटना को झुठला रहे हैं। महिला को किस गाड़ी से ले जाया गया उसकी जानकारी की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि खबर को प्रसारित करने के लिए किसी मीडिया का सहारा लिया गया इसकी भी जांच की जा रही है।