भाजपा ने निकाय चुनाव के लिए कसी कमर
नगर पालिकाओं के बनाये गये चुनाव प्रभारी
हर हाल में निकाय चुनाव जीतने की भाजपा की तैयारी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद/ मेरठ। आगामी निकाय चुनाव में जीत हासिल कर प्रदेश एवं देश को भारतीय जनता पार्टी बड़ा संदेश देने की तैयारी में जुट गई है। पार्टी ने योजना के तहत नगर पालिकाओं के चुनाव प्रभारी के रूप में सांसद, मंत्री, पूर्व मंत्रियों, विधायकों के साथ ही प्रदेश एवं क्षेत्रीय पदाधिकारियों की पूरी फौज उतार दी है। गाजियाबाद व गौतमबुद्धनगर जिलों के अनेक पदाधिकारियों को भी चुनाव प्रभारी बनाया गया है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार पार्टी ने किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजा वर्मा को संभल जिले की चंदौसी, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह नागर को शामली, पूर्व मंत्री एवं गाजियाबाद शहर से विधायक अतुल गर्ग को बागपत, पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष बसंत त्यागी को बड़ौत, पूर्व जिलाध्यक्ष महेश अग्रवाल को खेकड़ा नगर पालिका का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है।
इसके साथ ही प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप एवं प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता दयाल को बुलंदशहर, किसान मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष तेजा गुर्जर को खुर्जा, प्रदेश सह संयोजक योगेश त्रिपाठी को सिकंदराबाद, कृषि अनुसंधान परिषद के उपाध्यक्ष कैप्टन विकास गुप्ता को स्याना, दादरी विधायक तेजपाल नागर को डिबाई, गन्ना समिति अध्यक्ष नवाब सिंह नागर को गुलावठी, मुजफ्फरनगर के प्रभारी सतेंद्र सिसौदिया को खतौली, हापुड़ के जिला प्रभारी मानसिंह गौस्वामी को पूर्व मंत्री अनिल शर्मा के साथ हापुड़ का प्रभारी बनाया गया है।
अब गाजियाबाद जिले की बात करें तो प्रदेश उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य कांता कर्दम को मोदीनगर, प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर एवं पूर्व क्षेत्रीय मंत्री अनिल खेड़ा को लोनी, प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि को मुरादनगर, खोड़ा मकनपुर में पूर्व मंत्री उपेंद्र तिवारी के साथ क्षेत्रीय मंत्री आशीष वत्स को प्रभारी नियुक्त किया गया है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार प्रभारियों को स्पष्ट कर दिया गया है कि उन्हें जो क्षेत्र आवंटित किये गये हैं वहां पर उन्हें लगातार डेरा डालकर जीत दिलवाने का काम करना है। टिकट किसे देना है यह जिला- महानगर एवं प्रदेश संगठन तय करेगा।
नगर पंचायतों पर क्या नहीं है पार्टी का ध्यान
भाजपा ने नगर निगमों के साथ ही नगर पालिकाओं के लिए प्रभारी नियुक्त कर दिये हैं। लेकिन पार्टी ने किसी भी नगर पंचायत के लिए प्रभारी नियुक्त नहीं किये। यह स्थिति तब है जबकि अधिकांश नगर पंचायतों पर भाजपा विरोधी दलों का कब्जा है। ऐसे में क्या पार्टी नगर पंचायतों में विरोधी दलों को अभी से वॉक ओवर दे रही है। यह सवाल मुंह बांये खड़ा है।