अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। मेरठ-दिल्ली रैपिड रेल कॉरिडोर पर यूरोपिन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम की लेवल-2 सिग्नलिंग प्रणाली के साथ ट्रेन की डायनेमिक टेस्टिंग शुरू हो गई। ये टेस्टिंग सफलतापूर्वक पूरी हुई हे। इस दौरान NCRTC के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी ट्रेन में सवार थे।
NCRTC का दावा है कि भारत में इतनी अत्याधुनिक सिग्नल प्रणाली पहली बार प्रयोग हो रही है। लेवल-2 सिग्नल प्रणाली एक अधिक क्षमता का कम्युनिकेशन लिंक देगा। इसका उपयोग ट्रेन, ट्रैक साइड और आॅपरेशन कंट्रोल सेंटर के बीच मिशन-क्रिटिकल डेटा, वॉयस, आईओटी, महत्वपूर्ण वीडियो के आदान-प्रदान हेतु किया जाएगा।
दूरसंचार विभाग ने इस कॉरिडोर के प्रोयोरिटी सेक्शन (साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक) के एलटीई नेटवर्क को चालू करने के लिए फिलहाल 900 मेगाहर्ट्ज बैंड में एक अस्थायी स्पेक्ट्रम आवंटित किया है। 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्थायी रूप से स्पेक्ट्रम के आवंटन के लिए दूरसंचार विभाग द्वारा ट्राई को लेटर लिखा गया है, जो जल्द ही मंजूर होगा।
एमडी बोले- चुनौतियों के बावजूद सफलतापूर्वक हुआ काम
एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने कहा, “ऐसा पहली बार है जब नवीनतम ईटीसीएस लेवल 2 सिग्नलिंग, जिसमें लॉन्ग-टर्म इवोल्यूशन (एलटीई) रेडियो पर आधारित आॅटोमेटिक ट्रेन आॅपरेशन (एटीओ) प्रदान किया जा रहा है, का कॉम्बिनेशन प्रयोग में लाया जा रहा है। मुझे खुशी है कि तमाम तकनीकी चुनौतियों और कोविड महामारी के कारण उत्पन्न हुई गंभीर सप्लाई-चेन बाधाओं के बावजूद एनसीआरटीसी ने ईटीसीएस लेवल 2 सिग्नलिंग सिस्टम को सफलतापूर्वक प्राप्त किया और इसे निर्धारित समय सीमा के भीतर लागू किया।