मादक पदार्थ तस्करों पर पुलिस का चला हंटर
अथाह संवाददाता,
गाजियाबाद। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ शिकंजा कसने के आदेश के बाद जनपद पुलिस पूरी तरह हरकत में है सीएम के निर्देशों के पालन में गाजियाबाद पुलिस मादक पदार्थ तस्करों पर कहर बनकर टूट पड़ी है। मादक पदार्थ का काला कारोबार करने वाले तस्करों अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
इसी कड़ी में मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच व कवि नगर पुलिस ने कवि नगर क्षेत्र स्थित डायमंड फ्लाईओवर के पास से झारखंड से तस्करी कर लाई जा रही करीब एक करोड़ रुपए कीमत की अफीम सहित अंतर्राज्यीय गिरोह के पांच तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। बताया गया कि अफीम कार में तस्करी कर लाई जा रही थी। जिसे दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड में सप्लाई किया करते थे। पुलिस ने अंतर राज्य तस्कर श्याम बिहारी विनोद गुप्ता देवेंद्र देवेंद्र एक महिला को इको कार सेट गिरफ्तार किया है जिनके कब्जे से 5 किलोग्राम अफीम बरामद की है अंतरराष्ट्रीय बाजार में जिसकी कीमत करीब एक करोड़ बताई गई है।
एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तस्कर झारखंड से ट्रेन, बस और कार के जरिए अफीम की लाते थे।दिल्ली में भी बड़ी डिमांड होती थी।इसलिए यह लोग अधिकांश दिल्ली के आसपास के इलाकों में इसकी सप्लाई किया करते थे। पुलिस झारखंड में बैठे में पडेलेर की तलाश कर रही है जो इस पूरे गेम का मास्टरमाइंड है।
उन्होंने बताया कि किसी को शक न हो इसलिए यह लोग अपने साथ महिला को रखते थे। एसपी सिटी ने बताया कि इनसे पूछताछ की जा रही है कि अफीम कहां-कहां किन लोगों को अभी तक सप्लाई की है। हालांकि पूछताछ में इन्होंने अब तक 100 किलो अफीम दिल्ली-एनसीआर और पंजाब, हरियाणा में सप्लाई करने की बात स्वीकार की है।
ई-रिक्शा से आमदनी ना हुई तो बन गया तस्कर
गिरफ्तार मादक पदार्थ तस्कर विनोद गुप्ता झारखंड का रहने वाला है। ग्रेजुएट पास विनोद गुप्ता की माने तो वह ई रिक्शा चलाता था लेकिन ज्यादा आमदनी ना होने के कारण उसके कदम बहक गए और मादक पदार्थों की तस्करी का धंधा शुरू कर दिया। उसने बताया कि रांची से उत्तर भारत में अफीम की तस्करी करने लगा। किसी को शक ना हो इसलिए अपने परिवार की महिला को साथ में रखते हैं। पूछताछ में उन्होंने यह भी स्वीकार किया अफीम व अन्य नशीले पदार्थ लेकर उत्तर प्रदेश के बरेली,अलीगढ़, गाजियाबाद, दिल्ली व एनसीआर क्षेत्रों में सप्लाई करते हैं।
ऑर्डर मिलने पर पहले खाते में पैसा ट्रांसफर करवाते हैं
तस्करों ने पूछताछ में बताया कि पहले अफीम का आर्डर मिलता है।डिमांड के अनुसार उतने माल का पैसा पहले खाते में ट्रांसफर करवा लेते हैं। फिर जगह तय कर लेते हैं कि किस शहर में कहां और कितने बजे मिलना है। वहां से चलते समय सभी लोग अपने फोन बंद कर लेते हैं और आपस में भी किसी से संपर्क नहीं करते और ना कहीं रुकते हैं। जब तक माल तयशुदा जगह पर डिलीवर ना हो। वही श्याम बिहारी नाम के तस्कर ने बताया कि वह आठवीं तक पढ़ा है बरेली के फैजुल्लापुर में जूते चप्पल की दुकान करता है। जूते चप्पल की दुकान की ही आड़ में मादक पदार्थों का अवैध कारोबार करता है। झारखंड से मंगाए हुए माल को लेने के लिए किराए पर गाड़ी लेकर आता है और अपने साथी गावेंद्र के साथ गाजियाबाद देहरादून बरेली मुरादाबाद अलीगढ़ में सप्लाई करते हैं उन्होंने बताया कि इस धंधे में कम समय में ज्यादा कमाई होती है अपने शौक व घर के खर्चे इसी से पूरे करते हैं।