अयोध्या में लता मंगेशकर के नाम पर बन रहा स्मृति चौक
आस्था, संगीत और संस्कृति के संगम से सजेगी श्रीराम नगरी
जल्द साकार होगी सीएम योगी आदित्यनाथ की मंशा
अथाह संवाददाता
अयोध्या। सीएम योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि अपनी अयोध्या अध्यात्म, आस्था व संगीत के संगम से जगमग होती रहे। मां शारदे की वरद पुत्री स्वर कोकिला स्व. लता मंगेशकर के संगीत की गूंज से अयोध्या का चौराहा उनकी स्मृति को ताजा रखे। लता मंगेशकर के निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी कि उनकी स्मृति में एक चौक की पहचान होगी। अब वह वक्त आ गया है।
अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से नया घाट क्षेत्र में स्व. लता मंगेशकर चौक का निर्माण किया जा रहा है। यहां मां शारदा की वीणा ही सुर साम्राज्ञी चौक की पहचान होगी। इसका विकास कार्य प्रगति पर है।
नगर आयुक्त विशाल सिंह ने बताया कि लता स्मृति चौक को भव्य रूप प्रदान किया जाएगा। स्मृति स्थल पर उत्कृष्ट रचनाओं के साथ यातायात संचालन पर विशेष ध्यान दिया गया है। भविष्य में मार्ग चौड़ीकरण की भी योजना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप स्मृति चौक का निर्माण करीब 7.9 करोड़ रुपये से किया जा रहा है। नया घाट बंधा तिराहे पर लता मंगेशकर चौक का कार्य शुरू हो गया है। लता मंगेशकर की स्मृति में बन रहे वीणा की डिजाइन विश्व प्रसिद्ध मूर्तिकार व पद्म पुरस्कार विजेता रामवी सुतार कर रहे हैं।
7.9 करोड़ का है प्रोजेक्ट
ईओ संजीव यादव ने बताया कि रामनगरी में स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर चौक 7.9 करोड़ से जगमाएगा। यहां वीणा की लंबाई 10.8 मीटर और ऊंचाई 12 मीटर है। स्वर कोकिला भारतरत्न स्व. लता मंगेशकर की स्मृति को जीवंत बनाने के लिए ‘स्मृति चौक’ का निर्माण शुरू हो गया है। यहां लता जी के जीवन और व्यक्तित्व को दशार्ने वाले महत्वपूर्ण पहलू जैसे संगीत क्षेत्र में उनकी उपलब्धि, आत्मा को छूने वाली उनकी आवाज, शालीन व्यक्तित्व आदि को भी स्थान दिया जाएगा। स्मृति चौक के मध्य में वाग्देवी सरस्वती का प्रतीक ‘वीणा’ के साथ-साथ अन्य शास्त्रीय वाद्य यंत्र भी प्रदर्शित किए जाएंगे। स्मृति चौक पर लता मंगेशकर के गाए भजन भी गूंजेंगे।
स्मृति चौक की डिजाइन नोएडा के रंजन मोहंती ने की है। अयोध्या विकास प्राधिकरण की तरफ से कार्य प्रगति पर है। बता दें कि लता मंगेशकर के निधन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी कि अयोध्या के प्रमुख चौराहे का नाम उनकी याद में रखा जाएगा। ईओ की मानें तो 10 अगस्त से शुरू किया गया प्रोजेक्ट 15 सितंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है।