15 हजार करोड़ की लागत से बना ये एक्सप्रेस-वे 15 दिन भी नहीं चल पाया
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि नीचे से लेकर ऊपर तक, नख से लेकर शिखर तक भ्रष्टाचार में भाजपाई नेता, मंत्री, अधिकारी डूबे हुए हैं और घूस के रेट हर विभाग-कार्यालय में निश्चित हैं। हर फाइल में भ्रष्टाचार शामिल है। यही भाजपा का रामराज है।
उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में बांसगांव से भाजपा सांसद के ऊपर बुजुर्ग अधिवक्ता की जमीन पर कब्जा करने का आरोप लग रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे के नाम पर किसानों का उत्पीड़न एवं भ्रष्टाचार चरम पर है। भाजपा सरकार में किसानों की जमीन का बैनामा कराए बगैर ही एक्सप्रेस-वे के नाम पर काम शुरू करवा दिया गया। खब़र है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश की सीमा पर परिवहन की आवाजाही में वसूली की जा रही है। इसमें मंत्री, विधायक, अधिकारी और स्थानीय पुलिस सभी शामिल हैं।
अखिलेश यादव ने कहा भाजपा सरकार और उसके मंत्रीगण बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे पर इतरा रहे थे और इसे बड़ी उपलब्धि बता रहे थे। प्रधानमंत्री जी ने खुद इससे जनता को लाभ मिलने का बयान दिया था। 15 हजार करोड़ की लागत से बना ये एक्सप्रेस-वे 15 दिन भी नहीं चल पाया और रोजाना जगह-जगह धंसता जा रहा है। रोजाना हो रही दुर्घटनाएं चिंताजनक है। हमीरपुर में एक्सप्रेस-वे के अंडरपास में भी दरारें आ गई हैं। इटावा में सड़क धंस गई।
उन्होंने कहा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं की जांच में गई टीम ने उसमें तमाम खामियों को इंगित किया है। समाजवादी सरकार में बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की गुणवत्ता की प्रशंसा सभी कर रहे है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर वायुसेना के लड़ाकू विमान तथा माल वाहक हरक्यूलिस विमान भी उतर चुके हैं। भाजपा सरकार में बने बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे के अलावा अन्य निर्माण कार्यों की भी पोल खुल रही है। भाजपा सरकार के निम्नस्तर के निर्माण कार्यों की वजह से जनता की जान जोखिम में है और वह प्रतिदिन दुर्घटनाओं का शिकार हो रही है। आखिर भाजपा सरकार के निर्माण कार्यों की खामियों और लापरवाहियों का खामियाजा जनता क्यों भुगते? जनता टैक्स का पैसा भी दे और इलाज पर भी खर्च करे यह कब तक चलेगा?
सपा प्रमुख ने कहा भाजपा की उत्तर प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। सभी विभागों में ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल खेला जा रहा है। जनता इस खेल में पिस रही है। जांच की आंच में बड़े-बड़े नाम आ रहे हैं। नमामि गंगे योजना में करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं लेकिन गंगा अविरल, निर्मल नहीं हुई। यमुना स्वच्छ नहीं हुई। समाजवादी सरकार में गोमती नदी की सफाई के साथ-साथ गोमती रिवरफ्रंट बना था जो लोगों के आकर्षण का केन्द्र था। भाजपा सरकार ने इस गोमती रिवरफ्रंट को भी बर्बाद कर दिया है। जितना भ्रष्टाचार भाजपा राज में हो रहा है उतना तो पहले कभी किसी सरकार में नहीं हुआ। भ्रष्टाचारी, झूठी, जुमलोवाली भाजपा की डबल इंजन सरकार अब जनता की बर्दाश्त के बाहर होती जा रही है।