दुष्कर्म की शिकार बच्ची के चाचा- पिता ने की सपा प्रमुख से भेंट
अखिलेश यादव विधानसभा में उठायेंगे मामला
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। अयोध्या में दुष्कर्म की शिकार एक पांच वर्षीय मासूम बच्ची के चाचा और पिता ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से समाजवादी पार्टी कार्यालय, लखनऊ में भेंट की और अपना दर्द बयान किया। हनुमानगढ़ी चौराहा के पास 16 मार्च को जब रात्रि आठ बजे बच्ची खेल रही थी तभी किसी हैवान ने उसे अपना शिकार बनाया। बच्ची को मारापीटा और धमकाया गया, वह अभी तक सदमें में है। उसे ट्रामा सेंटर, लखनऊ में उसी रात 11 बजे भर्ती कराया गया है।
बच्ची के पिता ने बताया कि 16 मार्च घटना से आज 15 दिन हो गए। प्रशासन ने कोई मदद नहीं की। उसका एक वर्ष तक इलाज चलेगा। बच्ची ने बताया था कि दुष्कर्म की घटना में तीन लोग शामिल थे। अब तक सभी आरोपितों की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है। सरकार ने परिवार की कोई सुध नहीं ली।
अखिलेश यादव ने दु:खी परिवार को ढांढ़स बंधाते हुए कहा कि पवित्र धाम में ऐसी अपवित्र घटना होना दु:खद है और विचलित करने वाली है। पांच वर्ष की मासूम बच्ची मेडिकल कालेज लखनऊ में तड़प रही हैं पर शासन-प्रशासन संवेदनहीन बना हुआ है। अभियुक्त को बचाने में सरकार लगी हुई है। यह निंदनीय है। भाजपा जश्न मनाने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि भाजपा झूठ-फरेब की राजनीति करती है। बड़े जोरशोर से बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं का नारा दिया गया लेकिन हकीकत यह है कि भाजपा राज में बेटियां सर्वाधिक दुराचार की शिकार हुई हैं। छेड़खानी से परेशान कई छात्राओं की पढ़ाई छूट गई और कुछ ने तो आत्महत्या तक कर ली। समाजवादी सरकार में महिलाओ की सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के लिए 1090 वूमेन पावर लाइन सेवा शुरू की थी। उसे भी चौपट कर दिया गया।
अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार को न्याय दिए जाने की मांग करते हुए सरकार से एक करोड़ रूपए की आर्थिक मदद और आजीविका के लिए परिवार में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दिए जाने की भी मांग की है। उन्होंने दोषियों की गिरफ्तारी और इलाज की सर्वोत्तम व्यवस्था किए जाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को विधानसभा में भी उठाएंगे। भाजपा राज में बेटियों का अपमान और उनके साथ दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्धि से उत्तर प्रदेश की बहुत बदनामी हुई है। कानून व्यववस्था में आई गिरावट से लोग संत्रस्त है।