हादसे के बाद नगर निगम ने बनाई दो सदस्यीय जांच कमेटी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। विजयनगर थाना क्षेत्र की प्रताप विहार कॉलोनी में नाले के निर्माण में बरती जा रही लापरवाही के एक स्कूल की दीवार गिरने से तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि दो मजदूर घायल हो गए। सभी मृतक मजदूर बिहार राज्य के रहने वाले थे। जिन्हें इलाज के लिए एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें ठेकेदार, निगम के कर्मचारी और अधिकारी शामिल हैं। इस मामले में नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने हादसे की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है।
जानकारी के मुताबिक प्रताप विहार कॉलोनी में न्यू रेनबो पब्लिक स्कूल के पास एक बड़े निर्माणाधीन नाले का निर्माण चल रहा है। जहां बिहार सहित अन्य राज्यों के भी 11 मजदूर काम में लगे हुए हैं। मंगलवार को देर रात अचानक से निर्माणाधीन नाले से सटी स्कूल की दीवार गिर गई, जिसमें पांच कामगार दब गए। घटना की सूचना मिलते ही विजयनगर पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची और मजदूरों को निकालने का काम शुरू किया। जिनमें से तीन की मौके पर मौत हो गई। मृतकों में मुनकेश(20) पुत्र मोहसीन गांव कुरसैल, तौफीक(20) पुत्र दाऊद गांव बगदरा, अतहर(20) पुत्र शमशाद गांव कुरसैल शामिल हैं। तीनों बिहार के अररिया जिले के रहने वाले थे। जबकि घायलों में मेराजुद्दीन(17) पुत्र मुजीब गांव बगढरा, साबिर(37) पुत्र नासिर गांव कुरसैल शामिल हैं। ये भी दोनों अररिया जिले के रहने वाले हैं।
रात के वक्त बगैर सुरक्षा इंतजाम के हो रहा था कार्य
विजयनगर में विश्वकर्मा चौक से सर्वोदय नगर के बीच पांच फीट गहरे और 800 मीटर लंबे नाले का निर्माण कार्य नगर निगम द्वारा मैसर्स नार्थ इंडिया फर्म द्वारा कराया जा रहा था। नाले की निर्माण लागत 1.04 करोड़ रुपये थी, एक माह से काम चल रहा था। होली के अवसर पर कार्य बंद हुआ था, मजदूर होली का त्योहार मनाकर वापस लौटे तो दोबारा कार्य शुरू किया गया। नाले का निर्माण कार्य रात के वक्त कराने के दौरान पर्याप्त मात्रा में प्रकाश व्यवस्था करना अनिवार्य होता है, जिससे कि यदि कहीं पर कुछ कमी हो तो उसे आसानी से चेक किया जा सके। प्रताप विहार में नाले का निर्माण कार्य करने के दौरान प्रकाश व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में नहीं थी, हादसे से बचाव के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे। यदि ऐसा किया गया होता तो स्कूल की चहारदीवारी गिरने वाली है, इसका पता पहले चल जाता और कामगारों को हादसे की चपेट में आने से बचाया जा सकता था।
हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित
हादसे की जांच के लिए नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने कमेटी गठित कर दी है। इस कमेटी में निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर एनके चौधरी और जीएम जलकल आनन्द त्रिपाठी को शामिल किया गया है। तीन दिन के अंदर कमेटी जांच रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंपेगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। उधर, हादसे के बाद जांच करने पहुंचे नगर निगम के चीफ इंजीनियर एनके चौधरी ने बताया कि स्कूल की चहारदीवारी नाले से सटी थी। चहारदीवारी में बीम और पिलर नहीं था। नाला जर्जर होने के कारण उसके दोबारा निर्माण का निर्णय लिया गया था, मंगलवार की आधी रात को जब कामगारों ने नाले की जेसीबी से खुदाई करने के बाद उसमें बेड बनाने का कार्य शुरू किया, तभी स्कूल की चहारदीवारी भरभराकर कामगारों के ऊपर गिर गई। इस संबंध में जांच रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को प्रेषित की जाएगी।
कमजोर नहीं थी दीवार- प्रिंसिपल
न्यू रेनबो पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल रूचि का कहना है कि स्कूल की चहारदीवारी 20 साल पहले बनी थी, दीवार कमजोर नहीं थी। नाले का निर्माण कार्य कराने के दौरान लापरवाही की जा रही थी। हमने जेई, ठेकेदार से शिकायत की थी कि पानी का रिसाव हो रहा है। नाले का पानी स्कूल के अंदर आ रहा है। लेकिन इन शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया। जिस कारण हादसा हुआ है।