…इतना सन्नाटा क्यों हैं भाई
सातवें चरण के मतदान के समाप्त होने के बाद अब इंतजार है नतीजों का। लेकिन इससे पहले ही एक्जिट पोल ने लोगों के चेहरे की मुस्कुराहट छीन ली है। हर किसी के चेहरे पर तनाव जैसी स्थिति है। हालांकि खबरिया चैनल दावा कर रहे है कि यूपी में एक बार फिर से फूल वाली पार्टी रिपीट हो रही है। ऐसे में कार्यकतार्ओं के बीच कमल खिलना चाहिए, लेकिन वहां भी सन्नाटा है। जो समझ से परे है। दरअसल खबरिया चैनलों पर जो सर्वे दिखाया गया है, उस पर आसानी से विश्वास होना मुश्किल है, क्योंकि प्रदेश में जिस तरह से साइकिल ने दौड़ मचाई है, उससे गठबंधन की सरकार के संकेत मिल रहे थे। लेकिन लोगों की आकांक्षा के विपरीत एक्जिट पोल से सोशल मीडिया खासकर वाट्सअप पर सन्नाटा पसरा हुआ है। न तो कोई मीडिया वाला और न ही कोई राजनीतिज्ञ टिप्पणी करने से बच रहा है। जिसे देखकर जिले के आला अफसर ने दरबारी लाल से कहा कि मोबाइल पर इतना सन्नाटा क्यों हैं भाई। हालांकि इसका जवाब दरबारी लाल ने अपने शब्दों में दिया जरूर, लोकिन अपने शब्दों में।
अब फिर से 5 साल तो इनको झेलना ही पड़ेगा…
एग्जिट पोल आने के बाद विभिन्न टीवी चैनलों पर जहां फूल वाली पार्टी की बढ़त दिखाई जा रही है वही कार्यकतार्ओं में उत्साह भी नजर आ रहा है। भले ही फूल वाली पार्टी के कार्यकतार्ओं को ऐसी एग्जिट पोल की उम्मीद ना हो फिर भी फूल वाली पार्टी के प्रत्याशी और कार्यकतार्ओं में उत्साह देखा जा रहा है। ऐसे में दरबारी लाल कुछ फूल वाली पार्टी के कार्यकतार्ओं की चर्चा सुनी तो सुनकर स्तंभित रह गया। मामला यह था कि चर्चा पार्टी के जीत की चल रही थी वही कुछ प्रत्याशियों के दोबारा विधानसभा जाने पर कार्यकतार्ओं को ज्यादा खुशी नहीं दिख रही थी। क्योंकि ऐसे चेहरे भी लगभग जीते हुए बताए जा रहे हैं जिनका कार्यकतार्ओं में विरोध रहा। इस पर एक कार्यकर्ता ने कह ही दिया कि मजबूरी है अब फिर से 5 साल तो इनको झेलना ही पड़ेगा। अब आप ही अंदाजा लगा सकते हैं जब कार्यकतार्ओं में प्रत्याशी के प्रति ऐसे विचार हैं तो जनता के क्या होंगे।
…दरबारी लाल
Raag Darbari….. Darbarilal….. Raagdarbari…..