जिनकी समाज पर पकड़ उन्हें अगले चरणों के लिए सौंपी जिम्मेदारी
बैठक करने के साथ ही अलग अलग विधानसभाओं में कार्यकर्ताओं का करेंगे मार्ग दर्शन
कश्यप- निषाद समाज को साधने का करेंगे काम
एनजीओ पर भी है मजबूत पकड़, लखनऊ में करवा चुके हैं बड़ा सम्मेलन
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों को लेकर अपनी रणनीति को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। रणनीति के अनुसार जहां प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, रक्षा मंत्री समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता व स्टार प्रचारक चुनाव के आगामी चरणों में धुआंधार रैलियां व जनसंपर्क कर रहे हैं, वहीं पार्टी ने रणनीतिक रूप से विभिन सामाजिक व जातिगत वर्गों के वोट बैंक को साधने के लिए विशेष संपर्क अभियान शुरू करने की रणनीति बनाई है।
इसी के तहत विभिन्न समाजों में प्रभाव रखने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को आगामी चरणों के आधार पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में चुनावी कार्य व संपर्क हेतु भेजा जा रहा है। गाजियाबाद के वरिष्ठ भाजपा नेता संजय कश्यप को भी भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश से पांचवे, छठे व सातवें चरण में चित्रकूट जिले से लेकर वाराणसी जिले तक 20 फरवरी से छह मार्च तक सामाजिक संपर्क व चुनावी कार्य हेतु लगाया गया है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार 20 फरवरी को उन्हें लखनऊ प्रदेश कार्यालय से आवश्यक निर्देश प्राप्त होंगे, जिसके बाद वे सीधा चित्रकूट पहुंचेंगे। 21 फरवरी से चित्रकूट, बांदा, महोबा, प्रयागराज, मिर्ज़ापुर, वाराणसी व चंदौली जिले में संजय कश्यप विशेष सामाजिक जनसंपर्क, छोटी – छोटी बैठकें करेंगे तथा इन जिलों की विभिन्न विधानसभाओं की संचालन समिति की बैठकें लेंगे जिसमे चुनावी रणनीति को धारदार बनाने की योजना बनायेंगे। भारतीय जनता पार्टी के इस निर्णय के बड़े अर्थ है। बता दें कि प्रदेश की लगभग 20 फीसद जनसंख्या निषाद समाज की विभिन्न जातियों से आती है तथा उत्तर प्रदेश विधानसभा की 170 सीटों पर इस वर्ग की बहुलता हैं। जिन जिलों में संजय कश्यप को लगाया है उन सभी जिलों की विधानसभाओं में 90 हजार से लेकर 1.5 लाख तक इस समाज के वोटर है। इनमें भारतीय जनता पार्टी केंद्र तथा राज्य सरकार की निषाद समाज की लाभ की योजनाएं तथा संकल्प पत्र 2022 का संदेश पहुंचाने का काम संजय कश्यप को देगी। इसके लिए पार्टी ने इन जिलों की विधानसभाओं को विस्तृत कार्यकर्म जारी किया है।
यह और भी अधिक रणनीतिक हो जाता है की संजय कश्यप गैस अथॉरिटी आॅफ इंडिया (गैल) के निदेशक भी हैं, तथा जल संबंधी विषयों के जानकर भी हैं। गैल इंडिया इस क्षेत्र में विशेष योजना बनाकर जनहित व सुविधा के लिए काम कर रही है तथा जल संरक्षण पर आधारित कई प्रभावी योजनाओं पर संजय कश्यप काम कर चुके हैं। इन दोनों विशेषताओं को भी पार्टी ने संजय कश्यप का नाम इस चुनावी कार्यकर्म दौरे को तय करने में ध्यान में रखा है। उनकी संगठन क्षमता को देखते हुए ही पार्टी ने पहले चरण में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें मुरादनगर जैसी प्रमुख सीट का संयोजक भी नियुक्त किया था।
ज्ञात हो की संजय कश्यप भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश एनजीओ प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक भी हैं जिनके नेतृत्व में 28 नवंबर को लखनऊ में एक हजार एनजीओ का बड़ा सम्मेलन हुआ था जिसमें 400 एनजीओ इन्हीं क्षेत्रों से कार्यकर्म में भाग लेने पहुंचे थे।
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- जिला- महानगर पदाधिकारियों को बुलावे का इंतजार
बता दें कि कई क्षेत्रीय पदाधिकारियों की ड्यूटी पूर्व में प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में लग चुकी है। इसके साथ ही कुछ विधायकों को भी अनेक क्षेत्रों में दौड़ाया जा रहा है। लेकिन जिला व महानगर के पदाधिकारियों को अभी ड्यूटी का इंतजार है। भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल एवं महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा कहते हैं कि लखनऊ से फोन आया था तथा उपलब्धता के संबंध में पूछा गया था। जैसे ही ड्यूटी आयेगी वे अपनी टीम के साथ रवाना हो जायेंगे।