Dainik Athah

राग दरबारी

… शहर में निकल तो नहीं गई साइकिल की हवा

पूरे प्रदेश में साइकिल की रफ्तार तेज है। लेकिन दिल्ली से सटे गाजियाबाद शहर में साइकिल हिचकौले ले रही है। न कहीं प्रत्याशी का पता, न कहीं साइकिल का। अब तो यह चर्चा भी शुरू हो गई है कि शहर विधानसभा की उबड़ खाबड़ सड़कों पर साइकिल चल ही नहीं पा रही है। उबड़ खाबड़ सड़कों के चलते साइकिल की हवा निकलने की चर्चा भी जोरों पर है। एक भाजपा के कार्यकर्ता ही दरबारी लाल से कहते हैं भाई साहब उबड़ खाबड़ सड़क के लिए जो जिम्मेदार है उन्होंने ही साइकिल में हवा भरवाई थी। लेकिन जनता को समझ में आ रहा है। वहीं, साइकिल वाली पार्टी के एक जिम्मेदार पदाधिकारी कहते हैं इसने तो हमारी भी हवा निकाल दी।

…मन कहीं तन कहीं है

गठबंधन के साइकिल वाले प्रत्याशी गाजियाबाद शहर विधानसभा में कुछ साथियों के साथ विजय नगर क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी में जनसंपर्क में लगे थे तभी हाथ वाली पार्टी के कार्यकर्ता प्रचार करने के लिए पहुंचे। पहले तो सामने वाले प्रत्याशी के साथ कम संख्या को देखकर चर्चा करने लगे तभी हाथ वाली पार्टी के कार्यकतार्ओं ने पार्टी का नारा लगाया तो साइकिल वाले कार्यकतार्ओं ने भी जोर से नारा लगाया कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद। बताइए प्रत्याशी साइकिल का समर्थक साइकिल के और नारा लगाने लगे हाथ वाली पार्टी का तो ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कार्यकतार्ओं का मन कहीं तन कहीं है।

…दरबारी लाल

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