– दूसरी डोज के तीन माह पूरे होने पर ही प्रीकॉशन डोज के लिए हो जाएंगे पात्र
– हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और वरिष्ठ नागरिक नौ माह बाद ले सकते हैं
अथाह संवाददाता
हापुड़। जनपद में पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान होगा। शासन-प्रशासन और चुनाव आयोग भी कोविड संक्रमण को लेकर सभी एहतियाती कदम उठा रहा है। कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर लगातार कार्रवाई भी हो रही है। ऐसे में भारत सरकार ने निर्वाचन कार्यों में ड्यूटी करने वाले अधिकारियो-कर्मचारियों को कोविडरोधी टीके की प्रीकॉशन डोज देने का निर्णय लिया है। इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने सूबे के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है निर्वाचन ड्यूटी में लगे सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को कोविडरोधी टीके की प्रीकॉशन डोज दी जाए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रेखा शर्मा बताया – निर्वाचन कर्मियों को प्रीकॉशन डोज देने के लिए निर्देश प्राप्त हो गए हैं। निर्वाचन कर्मियों को दूसरी डोज लेने के बाद तीन माह का समय पूरा होने पर प्रीकॉशन डोज दी जा सकेगी। इसके लिए निर्वाचन कर्मी को अपना ड्यूटी प्रमाण-पत्र कोविन-एप पर अपलोड करना होगा। सीएमओ ने बताया- हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और वरिष्ठ नागरिक दूसरी डोज लेने के नौ माह पूरे होने के बाद प्रीकॉशन डोज के पात्र होते हैं, लेकिन निर्वाचन कर्मियों की विशेष सुरक्षा के लिए शासन से प्रीकॉशन डोज के समय सीमा संबंधी नियमों में शिथिलता अपनाई गई है।
सीएमओ ने सभी निर्वाचन कर्मियों से अपील की है कि प्रीकॉशन डोज अवश्य लगवा लें और साथ ही निर्वाचन ड्यूटी के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करते हुए पूरे समय मॉस्क लगाए रखें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और बीच-बीच में अपने हाथों को भी सेनेटाइज करते रहें।
टीकाकरण के बाद जानलेवा नहीं रहता कोरोना : सीएमओ
सीएमओ डा. रेखा शर्मा ने कहा – कोविडरोधी टीकाकरण कोरोना संक्रमण को खतरनाक होने से रोकने में कारगर है। इसलिए निर्वाचन कर्मियों के साथ-साथ आमजन से भी अपील है कि टीकाकरण अवश्य कराएं। रविवार को जनपद में 52 वर्षीय व्यक्ति की मौत के पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि उसने टीकाकरण नहीं कराया था। हालांकि वह दूसरी बीमारियों से भी पीड़ित था, लेकिन फिर भी यदि उसने टीकाकरण कराया होता तो शायद वह आज हमारे बीच में होता। उन्होंने कहा तीसरी लहर में होने वाली मृत्यु में लगभग 80 प्रतिशत व्यक्तियों में एक बड़ा कारण यह भी है कि उन्होंने टीकाकरण नहीं कराया था। सीएमओ ने कहा कोविडरोधी टीका पूरी तरह सुरक्षित और कारगर है। किसी के बहकावे में आकर अपनी जान को जोखिम में न डालें। टीकाकरण अवश्य कराएं।