- बरेली के चुनावी दौरे पर डिप्टी सीएम ने सपा मुखिया को आड़े हाथों लिया
- कहा- गुंडे, अपराधियों, माफियाओं, भ्रष्टाचारियों का गुलदस्ता अखिलेश यादव के पास
- भाजपा अगड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित वर्ग की त्रिवेणी: डिप्टी सीएम
- पत्रकार की हत्या और गुंडों से पत्रकारों को पिटवाने का जवाब देना होगा अखिलेश को: डिप्टी सीएम
- अखिलेश यादव को बताना होगा- कितने दिन देश में, कितने दिन विदेश में रहे और कितने घंटे कोरोना से पीड़ितों की सेवा में लगाए
- जनता ने समाजवादी पार्टी की साइकिल पंक्चर कर दी है, उनके गठबंधन के लोगों को नकार दिया है: केशव
- राहुल गांधी और अखिलेश यादव में इंटरनल रिश्ता : मौर्य
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रविवार को बरेली पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव बौखलाए हुए हैं। जो सपने देख रहे थे, वे चकनाचूर हो गए हैं। जनता जानती है कि दंगाइयों के गिरोह के सिवा सपा के पास कुछ नहीं है। जनता ने सपा की साइकिल पंक्चर कर दी है। लोगों ने उनके गठबंधन के नकार दिया है। बसपा का कहीं अता-पता नहीं है।
बरेली में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ने कांग्रेस नेताओं के ट्वीट पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी विदेश से लौट आए हैं या नहीं, मुझे पता नहीं है। वैसे राहुल गांधी और अखिलेश यादव का इंटरनल रिश्ता है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के पास फोटो खिंचाने के अलावा कोई काम नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि जाट, गुर्जर, सैनी या कश्यप समाज हो या अनुसूचित वर्ग के भाई, सब भाजपा के साथ हैं। भाजपा अगड़ा, पिछड़ा और अनुसूचित वर्ग की त्रिवेणी है। इस त्रिवेणी के साथ सभी लोग समाहित हैं।
इस मौके पर डिप्टी सीएम ने बरेली की जनता से अपील कि जिस प्रकार की 2017 में सभी नौ सीटों पर कमल का फूल खिलाया था, वैसे ही 2022 में भी कमल का फूल खिलाएंगे। प्रदेश में 300 से अधिक सीटें जीतकर के सरकार बनाएंगे। डिप्टी सीएम ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबको सम्मान, सबको स्थान। भाजपा के पास सभी सामाजिक वर्ग का गुलदस्ता है, जबकि सपा के पास गुंडे, अपराधियों, माफियाओं, भ्रष्टाचारियों का गुलदस्ता है।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि अभी पत्रकार सुधीर सैनी की सहारानपुर में हत्या कर दी गई और कल अखिलेश यादव के गुंडों ने गाजियाबाद में पत्रकारों को पीटा। इस सवाल का उनको जवाब देना पड़ेगा। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अखिलेश यादव से पूछिएगा कि वह अपनी 47 सीटें बचा लेंगे तो मैं मानूंगा कि वह अच्छे नेता हैं। पांच साल का जो कार्यकाल बीता है, उसमें विपक्ष के नाते अखिलेश यादव कितने दिन देश में रहे, कितने दिन विदेश में रहे, कितने घंटे कोरोना पीड़ितों की सेवा में लगाए।