Dainik Athah

राग दरबारी

… तो फिर श्रीकृष्ण जन्म भूमि घूमकर आना होगा

प्रदेश सरकार के एक मंत्री जी जो जिले के प्रभारी भी है शुक्रवार को गाजियाबाद आये थे। यहां पर कुछ लोगों ने कवि सम्मेलन आयोजन की बात रखते हुए उन्हें निमंत्रण भी दिया। इसके साथ ही आयोजन करने वालों में से एक मंत्री जी से कहता है कि यदि चुनाव की घोषणा हो जाती है तो कुछ फर्क थोड़े ही पड़ेगा। यह तो कवि सम्मेलन है। इस पर मंत्री ने मुस्कुराकर कहा होगा कुछ नहीं, बस श्री कृष्ण की जन्म भूमि घूमकर आना होगा। अब इस बात को पहले तो लोग समझे नहीं। लेकिन समझ में आने पर जमकर ठहाके लगे। श्रीकृष्ण की जन्म भूमि से उनका अर्थ जेल से था।

… रंग कैसे बदला जाता है गिरगिट भी शर्म आ जाएगी

जरूरत पड़ने पर आदमी कैसे गिरगिट की तरह रंग बदलता है, इसकी बानगी दरबारी लाल को शुक्रवार को देखने को मिली। नगर निगम कर्मचारी संगठन के कार्यालय पर नेताजी से काम कराने के लिए एक सज्जन आ धमके। किसी बड़े आदमी की सिफारिश पर नेताजी के पास पहुंचे सज्जन ने पहले उनसे पुराने नाता निकाला और फिर उस शख्स के बारे में जानकारी दी, जिन्होंने उनकी सिफारिश की थी। मामला था 3 महीने से नौकरी से गायब रहने के बाद वापस नौकरी पर लगने का। नेता जी ने भी बड़ी सिफारिश की वजह से अधिकारी को फोन करके कर्मचारी को वापस काम पर लेने के लिए फोन कर दिया। काम होने के बाद नाते रिश्तेदारों की दुहाई देने वाले कर्मचारी सज्जन नेता जी के पैर छूकर विदा हो गए। इस नजारे को देखकर दरबारी लाल को लगा कि काम पड़ने पर कैसे किसी को अपना बनाया जाता है।

…दरबारी लाल

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