नगर निगम ने दी जमीन, सांसद ने की योगी तक पैरवी
भाजपाई लगातार कर रहे बैठकें, लोगों में रोष
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। लाइन पार क्षेत्र के डूंडाहैड़ा में 50 शैय्या के अस्पताल के शिलान्यास को लेकर राजनीति गर्मा गई है। भाजपा इस मामले में दो फाड़ नजर आ रही है। पूरा मामला शिलान्यास पत्थर को लेकर है। पत्थर पर न तो महापौर, न सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री के साथ ही सांसद का नाम भी नहीं है।
बता दें कि लाइनपार क्षेत्र में डूंडाहैड़ा में 50 बैड के अस्पताल का शिलान्यास पांच जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों होना है। शिलान्यास के पत्थर को देखने के बाद ही भाजपाइयों में गुटबाजी शुरू हो गई। सबसे अहम बात यह है कि जमीन तलाश करवाने में स्थानीय पार्षद का योगदान था। लेकिन पार्षद का नाम ही पत्थर पर नहीं है। इसके साथ ही जमीन नगर निगम ने उपलब्ध करवाई, लेकिन महापौर का नाम भी गायब है। तीसरा सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह का नाम तक पत्थर पर नहीं है। जबकि, जनरल वीके सिंह खुद यहां पर अस्पताल के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष पैरवी कर रहे थे।
प्रदेश सरकार की योजना में इन महत्वपूर्ण लोगों के नाम न होने पर स्थानीय कार्यकर्ताओं में रोष उत्पन्न हो रहा है। लाइन पार क्षेत्र में इस मामले को लेकर लगातार बैठकों का दौर चल रहा है। क्षेत्र के लोगों के साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं का मानना है कि जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है। इसके लिए दोषी कौन है इसको लेकर भी आरोप प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं। भाजपा सूत्रों की मानें तो चुनाव के समय इस प्रकार का कार्य पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाला है। इसमें सीधा आरोप स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री पर लगाया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि कार्यकर्ताओं ने सांसद एवं महापौर को फोन कर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। भाजपा सूत्र कहते हैं कि यदि इसमें सुधार नहीं हुआ तो चुनाव में यह मुद्दा भी बन सकता है।