Dainik Athah

राग दरबारी

… हम भी ब्राह्मण समाज से हैं, पढ़े लिखे भी

विधानसभा चुनाव में एक ही पार्टी में सबसे ज्यादा सक्रिय दावेदार यदि कहीं नजर आ रहे हैं तो वह है साहिबाबाद विधानसभा। जहां सत्ता पक्ष में ही मौजूदा विधायक के अलावा लगभग आधा दर्जन लोग दावेदारी करने में लगे हैं, जिनमें से प्रत्याशी पढ़े लिखे होने के साथ-साथ ब्राह्मण होने का भी दावा कर रहे हैं। हाल ही में एक दावेदार ने जब पत्रकारों के साथ वार्ता की, तो उस दौरान अपना परिचय देते हुए यह खासकर बताया कि वह भी ब्राह्मण समाज से ही आते हैं, क्योंकि मूलत राय भी ब्राह्मण ही होते हैं कुल मिलाकर दावेदारी में धर्म और जाति के साथ ही पढ़ा लिखा होने का दावा करना दावेदार नहीं भूल रहे हैं। जबकि विधायक तो खुद एलएलबी है।

… कार्यक्रम में शामिल होने से नहीं, सेटिंग से मिलता है टिकट

पिछले दिनों मेरठ में देश की सबसे बड़ी पार्टी का बूथ सम्मेलन हुआ। जिसमें सभी बूथ अध्यक्षों, मंडल अध्यक्षों के साथ-साथ पार्षदों को भी सम्मेलन में मौजूद रहने के निर्देश पार्टी की ओर से दिए गए थे। लेकिन शहर मंडल के कई पार्षद सम्मेलन से गायब रहे। इनमें दो पार्षद तो ऐसे थे जो मंडल की बैठक में भी शामिल नहीं होते, क्योंकि उन्हें पार्टी लाइन से अलग काम करने की आदत हो चुकी है। दरबारी लाल को जब इसका पता चला तो कारण जानने का प्रयास किया। तब खुलासा हुआ कि दोबारा चुनाव की तैयारी कर रहे इन दोनों पार्षद महोदय को इस बात की गुमान है कि टिकट सम्मेलनों में शामिल होने से नहीं, बल्कि पार्टी हाईकमान में सेटिंग की वजह से मिलता है। इसलिए उनकी सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह किसी कार्यक्रम में जाएं या न जाएं, क्योंकि अपने आकाओं के यहां हाजिरी तो वह लगा ही रहे हैं।

…दरबारी लाल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *