शिक्षा का बंटाधार करने वालों के मुंह से ये बात अच्छी नहीं लगती
नकल माफियाओं को संरक्षण, परीक्षाओं की शुचिता का सत्यानाश सपा की एक मात्र उपलब्धि
अथाह ब्यूरो,
लखनऊ। सपा और शिक्षा। इन दोनों का रिश्ता उत्तरी एवं दक्षिणी ध्रुव जैसा है। शिक्षा से समाजवाद का कोई सरोकार कभी रहा ही नहीं।
यह बातें उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सोमवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक ट्वीट के जवाब में जारी बयान में कही। उन्होंने कहा कि यह सर्वविदित है कि अपने हर कार्यकाल में सपा ने शिक्षा का बंटाधार किया। बोर्ड से लेकर उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन और अन्य परीक्षाओं की शुचिता का सत्यानाश कर दिया।
सपा के राज में सत्ता की सरपरस्ती में नकल माफिया खूब फले-फूले। सरकारी नौकरियों के किए होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में मेरिट का कोई मतलब नहीं था। इस बाबत विज्ञापन निकलने के साथ ही सपा के लोग झोला लेकर निकल पड़ते थे। झोले में तय दक्षिणा देने वालों का अंतिम रूप से चयन होता था। इसमें भी स्वजातीय लोगोंकी संख्या अधिक होती थी।
सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि अपने ट्वीट में अखिलेश ने जिस लैपटॉप का जिक्र किया है उसमें भी सपा ने करोड़ों रुपये का घोटाला कर डाला था। घोटाला तो इन लोगों ने बेरोजगारों के नाश्ते-पानी तक में कर डाला।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि न जाने अखिलेश और उनकी मंडली इतना झूठ कहां से लाती है।और, इतनी बेशर्मी से ये लोग उसे सार्वजनिक रूप से बोल भी लेते हैं।