अथाह ब्यूरो,
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार विज्ञापन में नम्बर 01, गवर्नेन्स में शून्य है। झूठे वादों में उसको महारत हासिल है। लेकिन अब जनता सच्चाई से भलीभांति परिचित हो गई है। उसको भाजपा और समाजवादी सरकारों का फर्क भी मालूम है। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों में जनता के आक्रोश और अपनी हार से डरी भाजपा में बौखलाहट के हालात हैं।
कानून व्यवस्था की स्थिति पर भाजपा के झूठ अब जनता को स्वीकार्य नहीं है। भाजपा के छोटे-बड़े नेता दावे चाहे जितने करें पर सच्चाई यह है कि उनके राज में कहीं कोई सुरक्षित नहीं है। प्रशासन पूरी तरह पंगु है। महिलाएं अपमानित है। फेक इन्काउंटर और पुलिस हिरासत में मौतों का सिलसिला जारी है। राजधानी लखनऊ में भी अपराधी बेफिक्र हैं। दिनदहाड़े ज्वेलरी शॉप में लूट कर अपराधियों ने पुलिस को चुनौती दी और फरार हो गए।
व्यापारियों से लूट की कई घटनाओं का अभी तक पदार्फाश नहीं हुआ है। उन्होंने कहा न्यूयॉर्क की तर्ज पर समाजवादी सरकार ने 100 नं0 यूपी डायल सेवा शुरू की थी जिसमें सूचना मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंचती। भाजपा ने इस सेवा का नम्बर बदलकर 112 कर दिया और उसकी व्यवस्थाएं चौपट कर दी। बीमारों को अस्पताल पहुंचाने के लिए समाजवादी 108 नं0 एम्बूलेंस सेवा शुरू की गई थी। वह सेवा भी अब भरोसे की नहीं रही। महिलाओं की सुरक्षा के लिए 1090 वूमेन पावर लाइन बनी अब वहां भी समय से सुनवाई और कड़ी कार्यवाही नहीं होती है।
सपा प्रमुख ने कहा किसान-मजदूर और नौजवान भाजपा राज में सर्वाधिक प्रताड़ित और अपमानित हैं। किसान की आय दुगनी होना तो दूर की बात उनका धान भी एमएसपी पर नहीं खरीदा जा रहा है। कई सरकारी क्रय केन्द्रों में ताला तक नहीं खुलता है। प्रदेश में निवेश आने के तमाम दावों का झूठ इसी से पता चलता है कि अभी तक कहीं कोई उद्योग नहीं लगा।
एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ। नौजवानों को रोजगार नहीं मिला। सरकारी भर्तियों में भ्रष्टाचार के चलते उनकी जिन्दगी अंधेरे में है। कहा कि भाजपा के अब तक के कार्यकाल में लोगों की जिंदगी और युवाओं के भविष्य के साथ सिर्फ खिलवाड़ हुआ है। महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ रखी है। महंगाई बढ़ी, कमाई घटी। इससे एक बड़ी आबादी के सपने टूट गए हैं। भाजपा राज जैसी अंधेर गर्दी कभी देखने को नहीं मिली। भाजपा सरकार की कुनीतियों से आक्रोशित जनता 2022 के चुनावों में उसको करारा जवाब देगी।