अथाह ब्यूरो
नई दिल्ली । सीमा सुरक्षा बल का आज स्थापना दिवस है। बीएसएफ के 57वें स्थापना दिवस पर राजस्थान के जैसलमेर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गृहमंत्री अमित शाह भी पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीएसएफ की स्थापना के बाद पहली बार यह समारोह देश की सीमा से सटे जिले में मनाने का निर्णय लिया गया है। इस परंपरा को जारी रखना चाहिए।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि देश के पुलिस बल, बीएसएफ और सीएपीएफ के 35,000 से अधिक जवानों ने अलग-अलग जगह पर अपना बलिदान दिया है। उन्होंने आगे कहा, मुझे गर्व है कि बीएसएफ इसमें अग्रणी है। मैं सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी जवानों को देश की तरफ से श्रद्धांजलि देता हूं। आज दुनिया का सबसे बड़ा सीमाओं की रक्षा करने वाला बल बीएसएफ ही है।
शाह ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीमाओं के प्रहरियों के प्रति हमेशा संवेदनशील रहे हैं। मोदी सरकार ने सशस्त्र बलों के परिवारजनों को पूर्ण स्वास्थ्य कवर प्रदान किया है, जिसके तहत एक कार्ड के द्वारा परिजन आसानी से इसका लाभ ले सकते हैं।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के लिए सीमाओं की सुरक्षा का मतलब ही राष्ट्र की सुरक्षा है। आप सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं, तो आप पूरे देश को सुरक्षित करने का काम कर रहे हैं। विश्व में उपलब्ध आधुनिक से आधुनिक तकनीक सीमा सुरक्षा बल को उपलब्ध कराई जाएगी। केंद्र सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। बल में 50,000 जवानों की भर्ती का काम पूरा हो गया है। भर्तियों की संख्या और बढ़ाने के लिए हम निश्चित प्रयास करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 2014 से देश की सीमाओं की सुरक्षा को गंभीरता से भारत सरकार ने लिया है। जहां-जहां भी सीमा पर अतिक्रमण करने का प्रयास हुआ, हमने तुरंत जवाबी कार्रवाई की है। हमारी सीमा को और हमारे जवानों को कोई हल्के में नहीं ले सकता, ये संदेश भारत ने दिया है।