Dainik Athah

04 दिनों में 18 जिलों से होकर काशी में पुन: विराजेंगी माँ अन्नपूर्णा

आज दिल्ली में अयोजित कार्यक्रम में यूपी सरकार को सौंपी जाएगी दुर्लभ प्रतिमा

हर जिले में शोभायात्रा का होगा भव्य स्वागत, जनप्रतिनिधि करेंगे पूजन-अर्चन, आमजन कर सकेंगे दर्शन

पीएम मोदी की कोशिशों से वापस मिली है 100 वर्ष पूर्व कनाडा गई दुर्लभ प्रतिमा


अथाह टीम
लखनऊ/ गाजियाबाद।
ब्रिटिश काल में 100 वर्ष पहले काशी से कनाडा गई माँ अन्नपूर्णा की दुर्लभ प्रतिमा एक बार फिर काशी में प्रतिष्ठापित होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोशिशों से भारत को वापस मिली प्रतिमा 11 नवंबर को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद को सौंपी जाएगी, जिसके बाद पुनर्स्थापना यात्रा के माध्यम से माँ अन्नपूर्णा 18 जिलों में भक्तों को दर्शन देते हुए 14 नवंबर को काशी पहुंचेगी। अगले दिन (15 नवंबर) देवोत्थान एकादशी के खास मौके पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नवीन परिसर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधि-विधान से प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे।


नई दिल्ली में प्रतिमा हस्तांतरित होने के बाद अगले चार दिनों में भव्य शोभायात्रा गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, कासगंज, एटा, मैनपुरी, कन्नौज, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ और जौनपुर होते हुए 14 नवंबर को अपराह्न साढ़े चार बजे वाराणसी पहुंचेगी। माँ अन्नपूर्णा की शोभायात्रा को भव्य बनाने के लिए सभी सम्बंधित 18 जिलों में तैयारियां की जा रही हैं। शोभा यात्रा के लिए तय रूट के मुताबिक पहले दिन का रात्रि विश्राम तीर्थ क्षेत्र सोरों कासगंज में होगा जबकि दूसरे दिन कानपुर और तीसरे दिन अयोध्या में रात्रि विश्राम के लिए रुकेगी। हर जिले में शोभायात्रा का स्वागत जिले के स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रभारी मंत्री करेंगे। इसमें आम जनता की भी सहभागिता होगी। 15 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में वाराणसी में भव्य समारोह आयोजित कर प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी।

भारत को अमेरिका से जल्द मिलने वाली हैं 157 और दुर्लभ धरोहर
बीते दिनों लखनऊ आए केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी.किशन रेड्डी ने बताया था कि पीएम मोदी के हालिया अमेरिका दौरे के बाद 157 ऐसी ही धरोहरों की वापसी का रास्ता साफ हुआ है। यह भी जल्द भारत लाई जाएगी। केंद्रीय मंत्री के मुताबिक 2014 के बाद से अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में 42 दुर्लभ धरोहरों की देश वापसी हो चुकी है, जबकि 1976 से 2013 तक कुल 13 दुर्लभ प्रतिमाएं-पेंटिंग ही वापस लाई जा सकी थीं।

दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में उप्र को सौंपी जायेगी मां अन्नपूर्ण की प्रतिमा
गुरुवार को दिल्ली के जयपुर हाऊस स्थित नेशनल मार्डन आर्ट गैलरी में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपी जायेगी। यहां आयोजित कार्यक्रम को एएसआई के महानिदेशक, सहायक महानिदेशक, यूपी सरकार के मंत्री सुरेश राणा, केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, मीनाक्षी लेखी, अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी संबोधित करेंगे। इसके बाद यात्रा यूपी सीमा में महाराजपुर बार्डर से प्रवेश करेगी। भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने बताया कि मोहननगर मंदिर पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। जिसमें पुलिस- प्रशासन के साथ सभी विधायक एवं सांसद मौजूद रहेंगे।

शोभायात्रा के महत्वपूर्ण पड़ाव

  • 11 नवंबर- मोहन मंदिर, गाजियाबाद, दादरी नगर शिव मंदिर गौतमबुद्ध नगर, दुर्गा शक्ति पीठ खुर्जा, रामलीला मैदान अलीगढ़, हनुमान चौकी हाथरस और सोरों, कासगंज
  • 12 नवंबर- जनता दुर्गा मंदिर एटा, लखोरा, मैनपुरी, मां अन्नपूर्णा मंदिर तिर्वा कन्नौज, पटकापुर मंदिर कानपुर
  • 13 नवंबर- झंडेश्वर मंदिर उन्नाव, दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर लखनऊ, भिटरिया बाईपास बाराबंकी, हनुमान गढ़ी अयोध्या
  • 14 नवंबर- दुर्गा मंदिर कस्बा केएनआईटी, मीनाक्षी मंदिर प्रतापगढ़, दौलतिया मंदिर जौनपुर, बाबतपुर चौराहा व शिवपुर चौक, वाराणसी।

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