किसानों को खाद न मिलने के कारण कानून व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार का झूठ अब उसके गले की फांस बन रहा है। प्रदेश भर में खाद की किल्लत है और सरकार कह रही है कि पर्याप्त खाद का स्टॉक है, कोई कमी नहीं है। लेकिन हकीकत में पूरे प्रदेश में किसान परेशान है। कई-कई दिन लाइन में लगने पर भी जब खाद नहीं मिल रही है तो किसान का आक्रोश फूट पड़ रहा है। इससे कानून व्यवस्था भी प्रभावित होने की आशंका है।
उन्होंने कहा प्रदेश में जितनी उर्वरक की जरूरत है उतनी आपूर्ति नहीं हो रही है। साधन सहकारी समितियों पर ताले पड़े हुए हैं। खाद की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है। अफसरों और भाजपा नेताओं की मिलीभगत से किसान को खाद नहीं मिल रही है। झांसी से ललितपुर तक खाद के लिए सुबह से षाम तक सड़कों पर किसान डटे रहते हैं। ललितपुर में तो आक्रोशित किसानों ने पुलिस वालों पर ही हमला बोल दिया। फतेहपुर, आगरा, इटावा, जालौन में भी किसान परेशान है। खाद न मिलने से क्षुब्ध किसानों ने आगरा में यमुना में पोइया घाट पर खड़े होकर प्रदर्शन किया। बाराबंकी में भी किसानों ने प्रदर्शन किया। सैफई में महिला किसानों ने विरोध जताया। प्रयागराज में खाद के लिए किसानों ने जाम लगाया।
अखिलेश ने कहा भाजपा सरकार की संवेदनहीनता के फलस्वरूप ललितपुर में खाद खरीदने के लिए दो दिन से बिना खाए-पिए लाइन में लगे किसान भोगी लाल की मृत्यु हो गई। जो किसान के लिए खाद न दे सके, उस सरकार से क्या उम्मीद की जाए कि वह किसानों की आय दोगुनी करने और उन्हें फसल का लाभप्रद मूल्य दिलाने का वादा निभाएंगी। भाजपा सरकार में खाद की जद्दोजहद में अन्नदाता अपने को पूरी तरह असहाय पा रहा है। भाजपा सरकार ने किसान को भगवान भरोसे छोड़ दिया है और खुद अमीरों को और ज्यादा समृृद्ध करने में लग गई है। प्रदेश की जनता भाजपा की चालों को समझ रही है और सन्2022 में समाजवादी सरकार को सत्ता में लाकर ही चैन लेगी।