टिकट मांगने वालों को सम्मान मिलें, हिकारत से न देखा जाये
यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी में अधिकांश सीटों पर टिकट मांगने वालों की कतार लंबी होती जा रही है। लेकिन ऐसा भी है कि कुछ सीटों पर वर्तमान विधायक ऐसे लोगों को नीचा दिखाने का मौका ढूंढते हैं।
इसके साथ ही टिकट मांगने वालों को तथा उनके समर्थकों के साथ ही व्यवहार ठीक नहीं रहता। ऐसे ही एक कार्यकर्ता का दर्द शनिवार को कोर कमेटी की बैठक में छलक गया। बैठक में इन वरिष्ठ कार्यकर्ता ने कहा जो टिकट मांग रहा है वह पार्टी का सम्मानित कार्यकर्ता है। टिकट देना, न देना तो पार्टी का काम है।
लेकिन उस कार्यकर्ता को हिकारत की दृष्टि से न देखा जाये। टिकट मिल न मिले यह बाद की बात है। लेकिन वह पार्टी का कार्यकर्ता है तथा रहेगा। दर्द यहीं नहीं रूका- उन्होंने कहा जो पार्टी के लोग टिकट मांगने वाले के साथ लगते हैं उनको भी सम्मान मिले। बेइज्जत न किया जाये। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता है। पार्टी के सभी देवतुल्य कार्यकर्ता सम्मान के हकदार है
जिन्होंने मेहनत से पार्टी को यहां तक पहुंचाया। इस दौरान बैठक में सभी ने चुप्पी साधे रखी। बाद में हिंडनपार के विधायक ने कहा पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता टिकट मांग सकता है। यह गलत नहीं है। मैं खुद सहयोग करुंगा। मेरे लखनऊ आवास में रहे तथा प्रदेश के नेताओं के समक्ष अपनी बात रख कर टिकट का दावा करें।
साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया कि लेकिन क्षेत्र में माहौल खराब न किया जाये। इसका नुकसान भी पार्टी को ही होगा। कार्यकर्ताओं की मानें तो बात तो शहर सीट की थी। लेकिन यह स्थिति अन्य सीटों पर भी है जहां टिकट मांगने वालों को साथ देखकर उन्हें दूसरे खेमे का मान लिया जाता है तथा दूर कर दिया जाता है।