– गौशाला पालकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आरकेजीआईटी कालेज में आयोजित
– उपचार के लिए पशुओं को लेकर नहीं घूमना होगा, डाक्टर स्वयं पशु के पास जायेंगे
– एआई ब्रिड की गायों की संख्या बढ़ाने पर ध्यान, गर्भ धारण का खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। केंद्रीय पशु पालन, डेयरी एवं मत्स्य राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने कहा कि पशुओं को उपचार के लिए अब पशु पालकों को डाक्टरों के पास धक्कने नहीं खाने होंगे। अब डाक्टर स्वयं पशु का उपचार करने मौके पर जायेंगे। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार को एंबुलेंस उपलब्ध करवाई जा रही है।
संजीव बालियान गुरुवार को आरकेजीआईटी कॉलेज के सभागार में उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग एवं श्रीकृष्ण गोशाला द्वारा आयोजित गौ पालकों के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में मेरठ एवं सहारनपुर मंडलों के गौशाला प्रबंधकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। बालियान ने कहा कि जब भी पशु बीमार होता है तब पशु को पशु चिकित्सालय ले जाने में पशु पालकों को भारी परेशानी होती है। इसी समस्या को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है कि पशुओं के मौके पर उपचार के लिए राज्यों को एंबुलेंस दी जायेगी।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने बताया कि इसी क्रम में उत्तर प्रदेश को पांच सौ एंबुलेंस दी जा रही है। इसके बाद पशु चिकित्सक एंबुलेंस द्वारा स्वयं मौके पर पशु का उपचार करने जायेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा गायों की एआई ब्रिड तैयार की जा रही है। इस देशी नस्ल की गाय के लिए गर्भ धारण का सीरम एवं लगाने का पूरा खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी।
इससे पूर्व मुख्य अतिथि डा. संजीव बालियान ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप्र गोसेवा आयोग लखनऊ के अध्यक्ष प्रो. श्याम नन्दन सिंह ने की। अक्षत गोयल वाईस चैयरमेन आरकेजीआईटी ग्रुप ने मंत्री संजीव बालियान का बुके भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम संयोजक देवेन्द्र अग्रवाल वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृष्ण गोशाला गाजियाबाद ने कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सभी सहभागियों को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्री वेदप्रकाश बंसल, कृष्णवीर सिंह सिरोही पूर्व विधायक, महेश गोयल, वेदप्रकाश गर्ग खादी वाले, राजेश गोयल, शिशुपाल वर्मा, राधेश्याम, नरेश गोयल, मनोज गुप्ता समेत सभी जिलों से गौशालाआ ें के प्रबन्धक मौजूद रहें।