समाजवादी पार्टी ने बनाया ‘पीडीए प्रहरी’, हर वोट को वोटर लिस्ट में जोड़ने का अभियान :अखिलेश यादव

अथाह व्यूरो, लखनऊ।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी ने ‘पीडीए प्रहरी’ तैयार किया है, जिसका उद्देश्य है कि प्रदेश का हर पात्र व्यक्ति मतदाता सूची में शामिल हो और किसी भी समाजवादी समर्थक का वोट कटने न पाए।
प्रदेश मुख्यालय पर बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा साजिश और षड्यंत्र के तहत मतदाताओं को भ्रमित कर रही है ताकि लोग वोटर लिस्ट में ही उलझे रहें और सरकार की असफलताओं पर सवाल न उठा सकें। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि जनता और विपक्ष एसआईआर, बीएलओ और वोटर लिस्ट के झंझटों में उलझे रहे, जिससे महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे पीछे छूट जाएं।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि प्रदेश के अधिकारी भाजपा के लिए काम कर रहे हैं और विपक्षी दलों के समर्थकों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन साजिशों का पर्दाफाश करने और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए ‘पीडीए प्रहरी’ नियमित रूप से जानकारी देंगे और चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे।
उन्होंने कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि चुनाव आयोग निष्पक्ष कार्रवाई करेगा। ऐसे अधिकारी जो राजनीतिक दलों के साथ सहयोग नहीं कर रहे या वोट बनवाने में रुचि नहीं ले रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी बेईमान और नकारात्मक राजनीति करने वाली है। उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मतदाताओं को वोट डालने से रोका और निर्वाचन प्रक्रिया में गड़बड़ी की, जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी सकारात्मक राजनीति, सामाजिक न्याय और हर वर्ग के सम्मान की पक्षधर है। उन्होंने दावा किया कि जनता समाजवादी पार्टी के साथ है और 2027 में प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनना तय है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे एसआईआर को गंभीरता से लें और हर पात्र मतदाता का नाम सूची में जुड़वाने के लिए पूरी जिम्मेदारी से काम करें।
बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद — शिवपाल सिंह यादव, नरेश उत्तम पटेल, नीरज मौर्य, देवेश शाक्य, पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी, पूर्व नेता विरोधी दल राम गोविन्द चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष श्याम पाल पाल सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
