रैलियों और नुक्कड़ नाटकों से समाज में गूँज रही बेटियों की आवाज
23 सितम्बर को एक दिन का अधिकारी बन प्रशासनिक प्रक्रिया का अनुभव लेंगी तो 30 को स्वास्थ्य सेवाओं की बारीकियों से होंगी परिचित
प्रत्येक बालिका को सशक्त, जागरूक और समाज का नेतृत्व करने योग्य बनाना है : संदीप सिंह
हर बालिका की प्रतिभा और आत्मविश्वास को निखारना हमारा प्राथमिक कर्तव्य है: मोनिका रानी
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को नई दिशा देने वाला मिशन शक्ति 5.0 पूरे प्रदेश में जोर-शोर से जारी है। सोमवार को भी प्रदेशभर के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में विभिन्न गतिविधियों में लाखों बालिकाओं, बालकों, शिक्षकों और अभिभावकों ने भाग लिया। बालिकाओं ने रैलियाँ निकाली और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर महिला सुरक्षा, शिक्षा और समाज में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का संदेश दिया तो अभिभावकों ने संवाद स्थापित कर बालिकाओं को मार्गदर्शन किया।
प्रदेशभर के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में बालिकाओं ने अपने सशक्तिकरण और बाल अधिकारों की जागरूकता का शानदार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर माँ दुर्गा के नवरूपों पर आधारित नुक्कड़ नाटकों का मंचन लगभग 45,000+ स्थानों पर किया गया, जबकि 48,000+ स्थानों पर बालिकाओं और बच्चों ने जागरूकता रैलियाँ निकालीं और बाल अधिकारों से जुड़े नारे लगाए। इस कार्यक्रम में 3,45,000+ बालिकाएँ, 2,56,000 बालक, 45,000+ शिक्षक और 1,25,000+ अभिभावक सक्रिय रूप से शामिल हुए। साथ ही, 1,61,000+ बालिकाओं को रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया, जिससे इस महायोजना ने बच्चों और समाज में सुरक्षा, जागरूकता और आत्मविश्वास का संदेश मजबूती से पहुँचाया।
ज्ञातव्य है कि 21 सितम्बर को प्रदेश के सभी ङॠइश् विद्यालयों में आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में 88 हजार से अधिक बालिकाओं ने भाग लिया और माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों पर आधारित पोस्टर बनाकर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की। अब मिशन शक्ति 5.0 को नारीशक्ति और सशक्तिकरण की भावना को घर-घर तक पहुँचाने के व्यापक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
शिक्षा देने के साथ प्रत्येक बालिका को सशक्त, जागरूक और समाज का नेतृत्व करने योग्य बनाना हमारी सरकार का लक्ष्य है। हम इस दिशा में लगातार प्रयासरत हैं। मिशन शक्ति 5.0 इसी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

संदीप सिंह, बेसिक शिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश
- 30 सितम्बर तक इन गतिविधियों का हिस्सा बनती रहेंगी बालिकाएं
23 सितम्बर: छात्राओं को ह्यएक दिन का अधिकारीह्ण बनाकर प्रशासनिक प्रक्रिया का अनुभव कराया जाएगा। 24 सितम्बर: ‘मीना दिवस’ का आयोजन; बालिकाओं को ‘निडर’ फिल्म दिखाकर चर्चा, रैली और नुक्कड़ नाटक। 25 सितम्बर: केजीबीवी बालिकाओं द्वारा बैंक भ्रमण और खाता संचालन प्रक्रिया पर जागरूकता। 26 सितम्बर: विद्यालयों में ख्याति प्राप्त महिलाओं से संवाद, आत्मरक्षा प्रशिक्षण और ‘सेल्फ डिफेंस क्लब’ का गठन। 27 सितम्बर: बालिकाओं का थाना/कोतवाली भ्रमण; एफआईआर और गिरफ्तारी प्रक्रिया, साइबर क्राइम तथा हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी। 28 सितम्बर: बाल विवाह, महिला योजनाएँ और सामाजिक मुद्दों पर नुक्कड़ नाटक। 29 सितम्बर: बालिकाओं को उनके अधिकार और उनके लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी। 30 सितम्बर: बालिकाओं का सरकारी अस्पतालों में भ्रमण; स्वास्थ्य जांच, परामर्श और जनजागरूकता।

मिशन शक्ति 5.0 अभियान, बालिकाओं को शिक्षा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करने का संकल्प है। हर बालिका की प्रतिभा और आत्मविश्वास को निखारना हमारा प्राथमिक कर्तव्य है।
- मोनिका रानी, महानिदेशक स्कूल शिक्षा, उत्तर प्रदेश
