गाजियाबाद। मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल ने बैठक में प्रतिभाग करने वाले सभी विभागों को पीपीटी के माध्यम से हिण्डन पुर्नद्धार के लिए उनके कार्य एवं दायित्वों को बताया। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने जलकल विभाग (शहरी) द्वारा बनाये गये एसटीपी एवं नालों के नक्शों को देखते हुये विभागों को निर्देशित किया गया कि नालों की मैपिंग को आॅनलाइन बनाना शुरू करे ताकि उनकी लेयरिंग करते समय प्रत्त्येक डाटा एक जगह पर एकत्रित हो सके। इसके लिए एक बेसिक नेटवर्क तैयार किया जाए। जिसमे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड,नगर निगम, गाजियाबाद, सिंचाई विभाग, जीडीए समस्त नगर निकाय, अपने डेटा के लेयरिंग को तय कर सके। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देशित किया गया। 10 दिनों के अन्दर औद्योगिक इकाइयों के ई०टी०पी० की समस्त जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

हिण्डन डूब क्षेत्र में अतिक्रमण को लेकर सम्बन्धित उप जिलाधिकारी व तहसीलदारों को निर्देशित किया गया कि हिण्डन के ऊपर अतिक्रमण की सूची तैयार की जाये और उसे प्रत्येक तीन माह में अपडेट किया जाये साथ ही किस जगह कितनी नदी दर्ज है उसकी एक सूची एवं नक्शा सिंचाई विभाग के साथ मिलकर तैयार करे। साथ ही उप जिलाधिकारी, सदर, उप जिलाधिकारी, मोदीनगर को निर्देशित किया गया कि 10 दिनों के अन्दर हिण्डन नदी के बेसिन में जिन जगह पर अतिक्रमण है एवं जिन पर अतिक्रमण नही है ऐसे क्षेत्रों को चिन्हिंत करे ताकि विभागों एवं पर्यावरण विदों की टीम द्वारा उस पर सर्वे कर वृक्षारोपण किया जा सके। सिंचाई विभाग को निर्देशित किया गया कि हिण्डन में तैर रहे जलकुम्भी एवं अन्य अपशिष्ट को निकालने हेतु कोई प्लान तैयार करे। मुख्य अभियन्ता नगर निगम द्वारा जिलाधिकारी, के समक्ष छठ घाट पर रिवर फ्रंट डवलपमेन्ट हेतु प्रस्ताव रखा।