भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व पार्षद ने निगम के विरुद्ध बजाया बिगुल
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा जनता पर थोपे गए अनाप शनाप हाउस टैक्स का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। बढ़े हुए टैक्स के विरोध में बुधवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व पार्षद राजेन्द्र त्यागी, अनिल स्वामी एवं हिमांशु मित्तल एवं हिमांशु लव ने न सिर्फ नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया बल्कि उच्च न्यायालय जाने की चेतावनी दी है।
पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व पार्षद ने कहा कि नगर निगम ने डीएम सर्किल रेट के नाम पर जनता की जेब पर बोझ डाला है। टैक्स की बढ़ी दरों की वसूली को उन्होनें खुलेआम हो रही लूट का नाम दिया है। राजेन्द्र त्यागी ने बताया कि गाजियाबाद नगर निगम सम्पत्ति कर नियमावली 2000 एवं नगर निगम अधिनियम 1959 की धाराओं के विरूद्घ जाकर मनमानी कर तीन गुना से अधिक टैक्स वृद्घि लागू कर जनता को ठगा है नगर निगम बोर्ड द्वारा नगर निगम अधिनियम धारा 174 ख के अंर्तगत संपत्ति टैक्स निर्धारण के लिए रेट तय कर दिए गए थे। जिनमें प्रत्येक दो वर्ष के बाद दस प्रतिशत की बढोत्तरी को मंजूरी दी गई थी। उन्होंने कहा नगर निगम अपनी आय बढ़ाने के दूसरे विकल्पों पर काम नहीं कर रहा है बल्कि टैक्स में कई गुना बृद्धि कर जनता पर बोझ बढ़ा रहा है। उन्होनें बताया कि आज तक नगर निगम रमते राम रोड के कमिर्शयल कॉम्प्लेक्स और पंडित दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम से डीएम सर्किल रेट के हिसाब से किराया नहीं वसूल पाया है। जबकि जनता पर डीएम सर्किल रेट से टैक्स वसूली पर जबरन काम किया जा रहा है। केन्द्र सरकार पर 142 तो राज्य सरकार पर 151 करोड़ हैं बकाया पूर्व पार्षद राजेन्द्र त्यागी ने बताया कि गाजियाबाद में केन्द्र और राज्य सरकारों की अनेक ऐसी संपत्तियां हैं। जिन पर नगर निगम का करोड़ों का टैक्स बकाया है।
मगर नगर निगम सरकारी भवनों से टैक्स न वसूल कर जनता पर बोझ डाल रहा है। उन्होंने कहा राज्य सरकार पर 151 और केन्द्र सरकार पर 142 करोड़ रूपया नगर निगम का बकाया है। अगर यही वसूल लिया जाए तो नगर निगम की बड़ी वित्तीय समस्या हल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि टैक्स से निगम की आमदनी बढ़ रही है यदि ऐसा है तो वार्डो में विकास क्यों नहीं हो रहे,पार्षद क्षेत्र में विकास कार्य न होने का रोना रो रहे हैं। तीन से चार गुना अधिक है नगर आयुक्त की प्रस्तावित दर उन्होनें बताया कि वर्तमान में 12 मीटर तक कवर्ड रेट 96 पैसे, कारपेट रेट 1 रूपया 61 पैसे, 24 मीटर तक कवर्ड रेट 1 रूपया 20 पैसे व कारपेट रेट 2 रूपए, 24 मीटर से अधिक पर कवर्ड रेट 1 रूपया 45 पैसे व कारपेट रेट 2 रूपए 41 पैसे है। जबकि नगर आयु क्त की प्रस्तावित दर इससे तीन से चार गुना अधिक है। नियम यह है कि केवल दस प्रतिशत की बढोत्तरी ही हो सकती है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व पार्षद ने कहा कि कैसी विडंबना है जिस गाजियाबाद की जनता ने भाजपा को सर आंखों पर रखकर नगर निगम,विधानसभा और लोकसभा में प्रतिनिधित्व दिया आज उसी जनता के हित की बात करने के लिए सभी जनप्रतिनिधि मौन हैं। उन्होंने कहा कि बढ़े हुए टैक्स के मामले में एक बार सभी जनप्रतिनिधियों से वार्ता करेंगे और नगर निगम अधिकारियों की हठधर्मिता के खिलाफ आवाज उठाने के लिए कहेंगे। सभी को शिकायत की कॉपी भेजी गई है।
बढ़े हाउस टैक्स को वापस कराने के लिए कोर्ट भी जाना पड़े तो जनहित के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। प्रेसवार्ता में पूर्व पार्षद राजेन्द्र त्यागी, अनिल स्वामी के अलावा हिमांशु लव, हिमांशु मित्तल, राजनगर आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष डी.के. गोयल आदि मौजूद थे।