Dainik Athah

परीक्षा दर परीक्षा: पास होते गये मोदी- संघ के दुलारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

  • महाकुंभ, राम मंदिर स्थापना, तीन तलाक, धारा 370 और वक्फ संशोधन विधेयक
  • महाकुंभ अब तक का सबसे विशाल महाकुंभ जिसमें रिकार्ड लोगों ने किया संगम स्नान
  • राम मंदिर निर्माण ने भी लगाये योगी की शान में चार चांद
  • संशोधन विधेयकों के बावजूद उत्तर प्रदेश में शांति स्थापित रखने में रहे सफल


अशोक ओझा
लखनऊ।
कभी विश्व के सबसे बड़े आयोजन प्रयागराज महाकुंभ हो या फिर राम मंदिर की स्थापना का मौका हो अथवा केंद्र सरकार द्वारा कोई भी संशोधन पास होने का मौका हो, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर परीक्षा में पास होते गये। यहीं कारण है कि सीएम योगी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी प्रिय बने हुए हैं। परीक्षा दर परीक्षा में पास होना योगी की दृढ़ इच्छा शक्ति को दर्शाता है। चाहे विरोधी कुछ भी कहें, लेकिन योगी इसके साथ ही देश में प्रधानमंत्री मोदी के बाद सबसे लोकप्रिय नेताओं में गिने जाने लगे।

केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 में भाजपा की सरकार बनने के बाद 2017 में जब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव हुए उस समय किसी ने सोचा भी नहीं था कि पूर्ण बहुमत मिलने के बाद गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जो उस समय गोरखपुर से सांसद थे उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ और प्रधानमंत्री मोदी ने योगी को उत्तर प्रदेश के सिंहासन पर बैठा दिया। इसके बाद जितनी भी परीक्षाएं हुई योगी सभी में पास होते गये। राम मंदिर निर्माण और इसके बाद राम मंदिर के लोकार्पण कार्यक्रम में सीएम योगी के नेतृत्व में जो काम हुआ उसने योगी की सोहरत को बढ़ाने का काम किया।

लगातार हिंदू नेता के रूप में बढ़ रही योगी की छवि
देश में जहां कहीं भी चुनाव हो वहां पर मोदी के बाद योगी की मांग सबसे अधिक होती है। यदि किसी भी राज्य के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह पता चलता है कि जहां जहां योगी गये उनमें से अधिकांश क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशियों ने जीत हासिल की।

पीएम मोदी का रखते हैं विशेष ख्याल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब कभी उत्तर प्रदेश के दौरे पर आते हैं उससे पहले सीएम योगी कम से कम दो बार उस स्थान का निरीक्षण कर पूरी व्यवस्था को परखते हैं। वे ध्यान रखते हैं कि मोदी के दौरे में कोई कमी न रह जाये।

विश्व में योगी के नेतृत्व पर मुहर लगा गया प्रयागराज महाकुंभ
45 दिन तक प्रयागराज में चले महाकुंभ जिसमें करीब 66 करोड़ से अधिक लोगों ने पवित्र संगम में डुबकी लगाई उसमें भगदड़ की एक घटना को छोड़ दिया जाये तो यहां की व्यवस्था ने योगी के नेतृत्व पर मुहर लगा दी। शायद ही कोई साधु संत ऐसे हो जिन्होंने योगी सरकार और खुद गोरक्षपीठाधीश्वर की सराहना न की हो। जब भी कोई वीवीआईपी पवित्र संगम में डुबकी लगाने जाते खुद योगी वहां हाजिर मिलते। इसके साथ ही उन्होंने खुद अनेकों बार संगम में डुबकी लगा चुके हैं। महाकुंभ आयोेजन की पूरे विश्व में सराहना की गई। यह आयोजन एक मिल का पत्थर साबित हुआ।

क्या मजाल पत्ता भी खटक जाये
चाहे जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने का मामला हो, तीन तलाक का मामला हो या अब वक्फ संशोधन का मुद्दा हो, पूरे देश में चाहे कहीं पर भी बवाल हुआ हो, लेकिन क्या मजाल यूपी में योगी राज में कोई पत्ता भी खटक जाये। जिस प्रकार ऐसे मौकों पर योगी खुद कमान संभाल लेते हैं वह यह बताता है कि संभावित घटनाओं को लेकर वे कितने सजग रहते हैं। योगी अपने मुख्यमंत्री काल के आठ वर्ष पूर्ण कर चुके हैं और इस दौरान वे मोदी के साथ ही संघ की भी आंखों के तारे बने हुए हैं।


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