Dainik Athah

योगी सरकार 8 साल बेमिसाल: योगीराज में विकास का पर्याय बना उत्तर प्रदेश, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिल रही पहचान

  • सीएम योगी के मार्गदर्शन में यीडा के माध्यम से विकास के नए आयाम गढ़ रहा पश्चिमी उत्तरप्रदेश
  • यीडा क्षेत्र के जेवर में बन रहा देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, फिल्म सिटी का सपना भी हो रहा साकार
  • टॉय पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क, हेरिटेज सिटी, लॉजिस्टिक पार्क, फिन टेक पार्क के माध्यम से विकास के साथ ही रोजगार की भी खुली राह
  • विगत 8 वर्षों में गतिमान विभिन्न परियोजनाओं से लाखों लोगों को मिल रहा रोजगार,ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में आई समृद्धि

अथाह संवाददाता
ग्रेटर नोएडा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश, जो यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के माध्यम से विगत 8 वर्षों से निरंतर औद्योगिक और आर्थिक प्रगति की नई मिसाल बन रहा है। जेवर में देश का सबसे बड़ा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी और विभिन्न औद्योगिक पार्कों के विकास से राज्य न केवल निवेश आकर्षित कर रहा है, बल्कि रोजगार सृजन के क्षेत्र में भी अग्रणी बन रहा है। उत्तर प्रदेश ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट (यूपीजीआईएस-2023) और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी-04) जैसे आयोजनों ने इस प्रगति को और मजबूती दी है।

निवेश और रोजगार का नया दौर
यूपीजीआईएस-2023 में यीडा ने 165 एमओयू के जरिए 1,88,970.18 करोड़ रुपए का निवेश हासिल किया, जो तय लक्ष्य से 236.21% अधिक है। इससे 4,53,339 रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है। वहीं, जीबीसी-04 में 45,148.41 करोड़ रुपए का निवेश धरातल पर उतारा गया, जो लक्ष्य से 103.19% अधिक है और 1,32,663 लोगों को रोजगार देने में मददगार बन रहा है।

क्लस्टर आधारित औद्योगिक विकास
विगत 8 वर्षों में यीडा ने एमएसएमई पार्क, टॉय सिटी, हैंडीक्राफ्ट पार्क, अपैरल पार्क, डाटा सेंटर पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क जैसे क्लस्टर आधारित उद्योगों का विकास किया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 में 152 औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटन के साथ 27,521.99 करोड़ रुपए का निवेश और 16,405 रोजगार का मार्ग प्रशस्त हुआ है।

मेडिकल डिवाइस पार्क की शुरूआत
सेक्टर-28 में 439.40 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में 74 भूखंडों का आवंटन हो चुका है। इससे 3,800 करोड़ रुपए का निवेश और 15,000 रोजगार सृजित होंगे। इन परियोजनाओं से उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयां मिल रही हैं।

जेवर एयरपोर्ट और फिल्म सिटी बने विकास के नए आयाम
जेवर में 1,334 हेक्टेयर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पीपीपी मॉडल पर आधारित है। ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी द्वारा प्रथम चरण में 5,730 करोड़ रुपए के निवेश से 12 मिलियन यात्रियों की क्षमता वाला यह एयरपोर्ट 2025 में शुरू होने जा रहा है। 72.26 किमी लंबे रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम (आरआरटीएस) से जेवर एयरपोर्ट को गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण से जोड़ा जाएगा। 20,637 करोड़ रुपए की इस परियोजना का डीपीआर भारत सरकार को भेजा गया है। इसी तरह, सेक्टर-21 में 1,000 एकड़ में बन रही अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी के पहले चरण में बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी 230 एकड़ में निर्माण कर रही है। यह परियोजना रोजगार और वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी। एयरपोर्ट और फिल्म सिटी से पर्यटन, विनिर्माण और निर्यात में वृद्धि होगी, जिससे क्षेत्र का संरचनात्मक विकास होगा।

औद्योगिक पार्क और रोजगार के नए अवसर
ब्रज विकास परिषद के सुझाव पर श्री बांकेबिहारी मंदिर के पास हेरिटेज सिटी का निर्माण हो रहा है। इसमें ग्रीनफील्ड कनेक्टिविटी, रिवर फ्रंट और योग केंद्र शामिल हैं। इसी तरह, टप्पल-बाजना में लॉजिस्टिक पार्क का विकास जेवर एयरपोर्ट की मांग को देखते हुए शुरू हुआ है। डीपीआर को मंजूरी मिल चुकी है और भूमि अधिग्रहण जारी है। यही नहीं, सेक्टर-11 में 200 एकड़ में फिनटेक पार्क और अन्य क्षेत्रों में टॉय पार्क का विकास हो रहा है। इनसे निवेश और रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे। सेक्टर-10 में 1,000 एकड़ में सेमीकंडक्टर और ईएमसी पार्क की योजना है, जिसके लिए 200 एकड़ का आवेदन भारत सरकार को भेजा गया है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *