- योगी सरकार के प्रयासों से यूपी बना डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का प्रमुख केंद्र
- सेमीकंडक्टर नीति 2024 के तहत वैश्विक निवेशकों की पहली पसंद बना उत्तर प्रदेश
- एक्सीलेंस सेंटर से नवाचार को बढ़ावा, रोजगार और विकास को मिली नई रफ्तार
- योगी के नेतृत्व में टेक्नोलॉजी में नया इतिहास रचने को तैयार उत्तर प्रदेश
अथाह ब्यूरो
लखनऊ।। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य में आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हो रहा है। राज्य सरकार की नीतियों और निवेश प्रोत्साहन योजनाओं के चलते प्रदेश देश में तकनीकी क्रांति का नया केंद्र बनता जा रहा है। उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण नीति-2017 के तहत अब तक 23,203 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है, जबकि सूचना प्रौद्योगिकी नीति-2017 के तहत 7,004 करोड़ रुपये का निवेश प्रदेश में आया है। यह निवेश न केवल प्रदेश में रोजगार के नए अवसर पैदा कर रहा है, बल्कि उत्तर प्रदेश को एक वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
डाटा सेंटर हब के रूप में उभर रहा उत्तर प्रदेश
प्रदेश सरकार की डाटा सेंटर नीति में किए गए संशोधन के तहत अब 30 हजार करोड़ रुपये के निवेश से 8 डाटा सेंटर पार्क की स्थापना की जा रही है। इससे प्रदेश की डिजिटल बुनियादी ढांचे को और मजबूती मिलेगी। सरकार ने 900 मेगावॉट क्षमता का लक्ष्य तय किया है, जिससे उत्तर प्रदेश को देश के अग्रणी डाटा सेंटर हब के रूप में स्थापित करने की योजना बनाई गई है। यह पहल न केवल बड़े तकनीकी निवेशकों को आकर्षित करेगी बल्कि प्रदेश में डिजिटल सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता को भी बढ़ाएगी।
सेमीकंडक्टर क्षेत्र में यूपी ने बढ़ाया ऐतिहासिक कदम
प्रदेश सरकार ने वैश्विक सेमीकंडक्टर निवेशकों को आकर्षित करने के लिए उत्तर प्रदेश सेमीकंडक्टर नीति-2024 को प्रख्यापित किया है। इस नीति के तहत प्रदेश सेमीकंडक्टर इकाइयों के लिए समर्पित प्रावधान शुरू करने वाला देश का चौथा राज्य बन गया है। यह नीति सेमीकंडक्टर उद्योग में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक अहम कदम साबित होगी और उत्तर प्रदेश को इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान दिलाने में सहायक होगी।
एक्सीलेंस सेंटर से नवाचार को मिलेगा बढ़ावा
राज्य में अत्याधुनिक तकनीकों पर अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए 8 स्टेट आॅफ आर्ट सेंटर आॅफ एक्सीलेंस की स्थापना की जा रही है। इनमें से पहला सेंटर आॅफ एक्सीलेंस संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेज में मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में कार्यरत है। इसके अलावा, आईआईटी कानपुर के नोएडा परिसर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और आईआईटी कानपुर परिसर में ड्रोन सेंटर आॅफ एक्सीलेंस की भी शुरूआत हो चुकी है। ये सेंटर तकनीकी अनुसंधान और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने में मददगार साबित होंगे।
आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में यूपी देश के अग्रणी राज्यों में शामिल
योगी सरकार की रणनीतिक नीतियों और निवेश अनुकूल माहौल के चलते उत्तर प्रदेश आज आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है। डाटा सेंटर पार्क्स, सेमीकंडक्टर नीति और उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना के माध्यम से प्रदेश में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। इससे प्रदेश में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और डिजिटल इंडिया मिशन को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। यूपी अब केवल एक उपभोक्ता राज्य नहीं, बल्कि डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन का एक बड़ा केंद्र बनकर उभर रहा है। इस पहल से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नया बल मिलेगा और उत्तर प्रदेश को ह्यनए भारतह्ण के डिजिटल इंजन के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी।