- श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए आईसीयू बेड की संख्या में किया गया इजाफा
- स्वास्थ्य व्यवस्था चाक-चौबंद, एसआरएन अस्पताल में चिकित्सा सुविधा का हुआ विस्तार
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुम्भ नगर में उपलब्ध कराई जा रही अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं
अथाह संवाददाता
महाकुम्भ नगर। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर महाकुम्भ में संगम स्नान के लिए आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को अभूतपूर्व रूप से सशक्त किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष निर्देश पर स्वरूप रानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल, प्रयागराज में आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ा दिया गया है। साथ ही आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाकर 147 कर दी गई है, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य के लिहाज से किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
मरीजों को मिलेगी त्वरित जीवनरक्षक सेवा
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ. संतोष सिंह के अनुसार वर्ष 2017 में केवल 52 आईसीयू बेड वाले एसआरएन अस्पताल में अब आईसीयू बेड बढ़ाकर 147 कर दिए गए हैं। महाकुम्भ के दौरान किसी भी आपात चिकित्सा स्थिति से निपटने के लिए यह काफी कारगर साबित होगा।
मुख्य आईसीयू इस प्रकार है
कार्डियोलॉजी विभाग : 23 बेड
सर्जिकल आईसीयू : 10 बेड
बाल रोग आईसीयू : 10 बेड
नवजात आईसीयू : 15 बेड
स्त्री एवं प्रसूति आईसीयू : 8 बेड
ट्रॉमा आईसीयू : 10 बेड
मेडिसिन आईसीयू : 20 बेड
न्यूरोसर्जरी आईसीयू : 10 बेड
गैस्ट्रोएंटरोलॉजी आईसीयू : 6 बेड
श्वसन रोग आईसीयू : 6 बेड
न्यूरोलॉजी आईसीयू : 10 बेड
इसके अलावा 19 आईसीयू बेड अतिरिक्त रूप से रखे गए हैं, जिसे जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल किया जा सकेगा।
ट्रॉमा केयर और वेंटिलेटर सुविधा 24७7 रहेगी
स्वास्थ्य सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए ट्रॉमा केयर सेंटर को अत्याधुनिक उपकरणों से तैयार किया गया है। वेंटिलेटर, मॉनिटरिंग सिस्टम और आपातकालीन चिकित्सा टीम को 24७7 सेवा के लिए तैनात किया गया है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर विशेष जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। महाशिवरात्रि पर महाकुम्भ में करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिसके मद्देनजर किसी भी आकस्मिक चिकित्सा स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी कर ली गई है।