अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य विधान मंडल में राज्यपाल के अभिभाषण को सच्चाई से कोसों दूर बताया है। यह नीरस और निराशाजनक है। इसमें जनसामान्य की आशा-आकांक्षाओं की पूरी तरह उपेक्षा की गई है।
उन्होंने कहा कुंभ में घोर अव्यवस्था को दिव्य भव्य व्यवस्था का नाम देकर उन तमाम श्रद्धालुओं का अपमान किया है जिनकी जानें सरकारी कुव्यवस्था ने ले ली है। सरकारी नाकामयाबी से जो घायल हुए और इलाज के लिए तड़प रहे हैं। सरकार ने कुंभ में आने वालों की करोड़ों की संख्या तो बता दी किन्तु अब तक मृतकों की संख्या पता नहीं क्यों बताई है। आज भी महाकुंभ में तमाम लोग अपनो को खोज रहे हैं। यह सरकारी संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। उन्होंने कहा इस अभिभाषण में किसानों, नौजवानों के लिए कुछ भी नहीं है। पढ़े-लिखे नौजवान नौकरी के लिए भटक रहे है। निवेश के नाम पर सिर्फ आंकड़ेबाजी है। नए उद्योग लग नही रहे है, पुराने उद्योग बंद होते जा रहे है। व्यापारी और उद्यमी पलायन कर रहे है। गन्ना का मूल्य तो बढ़ाया नहीं गया। किसानों का बकाया गन्ना मूल्य भी छुपाया जा रहा है। किसानों की फसल को एमएसपी दरों में खरीद पर चुप्पी साध ली गई है। बिजली महंगी है।
यादव ने कहा प्रदेश में छुट्टा पशुओं से किसान तबाह है। सांड के हमलों में तमाम लोगों की मौतें हो रही है। राज्यपाल महोदय ने बढ़ती महंगाई और भ्रष्टाचार पर एक शब्द नहीं कहा। सरकार ने कई योजनाओं में प्रथम स्थान पाने पर अपनी पीठ तो थपथपा ली है लेकिन यह नहीं बताया कि महिलाओं के प्रति अपराध के मामलों में भी वह प्रथम स्थान पर है। महिलाएं-बच्चियां रोज अपमानित हो रही है। अपराधियों पर लगाम नहीं लगी है और दबंग रोज ही कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखा रहे हैं।
अखिलेश यादव ने कहा भाजपा सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोई काम नहीं किया बल्कि उसने समाजवादी पार्टी की सरकार के कामों को बर्बाद करने के अलावा और कुछ नहीं किया है। भाजपा की डबल इंजन सरकार की बेईमानी, झूठ और लूट की राजनीति ने प्रदेश को बहुत पीछे कर दिया है। यहां हर आदमी परेशान है। जनता अब भाजपा की नौटंकी के खेल के झांसे में नहीं आएगी। वह इससे जल्दी ही मुक्ति लेगी।