कहा गाजियाबाद में अपराध चरम पर, दहशत में जनपदवासी
कमिश्नरेट के बड़े अधिकारी रच रहे है विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर संगीन आरोप लगाने का षड्यंत्र, राजनीति में अधिकारी को बताया निपुण
थाने बन चुके है दलाली के अड्डे, अपराध कम दिखाने के लिए पुलिस दर्ज नहीं करती है एफआईआर
लोनी में मांस की दुकाने/कट्टीघर (एयरक्राफ्ट ओर्डिनेंस से आच्छादित क्षेत्र), भूमाफियाओं, नशे व सट्टे के कारोबार, आटो से उगाही चरम-सीमा पर, लगाया जाए पूर्ण विराम
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर गाजियाबाद में लचर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाये है। उन्होंने लिोनी में सेवानिवृत्त जजों की टीम भेजकर वस्तुस्थिति से अवगत होने का अनुरोध किया है। साथ विधायक ने कहा है कि किसी भी अवैध कार्यों में मेरी संलिप्तता पाई जाती है तो मेरा इस्तीफा ले लिया जाए अन्यथा पुलिस के बड़े अधिकारी पर लगाये गए आरोप सही पाए जाते है तो उनका इस्तीफा लिया जाए।
नंद किशोर गुर्जर ने पत्र में कहा लोनी एवं प्रदेश में हो रही गौहत्या से द्रवित होकर सार्वजनिक जीवन में आया था और सामाजिक संगठन के माध्यम से गौरक्षा के लिए काफी संघर्ष किया। गौमाता, आपके एवं शीर्ष नेतृत्व के आशीर्वाद और लोनी की देवतुल्य जनता के साथ से आज दूसरी बार का विधायक हूं। उन्होंने कहा आज गाजियाबाद लुटेरों, डकैतों, गौतस्करों, भूमाफियाओं का गढ़ बन गई है। अपराध कम दिखाने के लिए पुलिस एफआईआर दर्ज ही नहीं करती है। आम जनता की तो छोड़िए भाजपा की जिला महामंत्री सरिता चैधरी से छेड़छाड़ व मारपीट मामले तक में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। आज कानून व्यवस्था की स्थिति यह हो गई है कि कविनगर में दिन छिपते ही बुधवार को करोड़ों की डकैती पुलिस आयुक्त के आवास से कुछ ही दूरी पर अंजाम दिया गया।
विधायक ने कहा जिले के लोग दहशत में है। छात्राएं स्कूल/कॉलेज आने-जाने से डरती है और महिलाएं चैन स्नैचिंग की वारदातों से मंगलसूत्र तक पहनने से डर रही है। उन्होंने कहा यहीं वो गाजियाबाद है जहां पिछले सात साल के आपके कार्यकाल में रामराज्य था और पुलिस शानदार कार्य कर रही थी लेकिन पिछले डेढ़ साल में ऐसा क्या हुआ कि यहां जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। आप अपनी विश्वस्त टीम भेजकर गांव, कस्बे, शहरों में जनता से राय लेकर इस बात की पुष्टि कर सकते है कि जिले की पुलिस के खिलाफ जनता में इनके भ्रष्टाचार व व्यवहार से कितना आक्रोश है?।
नंद किशोर गुर्जर ने कहा कि उन्हें जानकारी प्राप्त हुई है कि आपके दिल्ली प्रवास के दौरान पुलिस के बड़े अधिकारी के द्वारा अपने कृत्यों पर पर्दा डालने की लिए फिर एक बार अनुशासनहीनता करते हुए आपसे भेंट कर मेरी झूठी शिकायत की है। इस प्रकरण से मैं आहत हूं क्योंकि आप हमारे नेता है अधिकारियों के नहीं। बड़े अधिकारी अपने घर से जिले में पुलिसिंग करते है जिसकी पुष्टि आप गाजियाबाद पुलिस के ट्वीटर हैंडल से भी कर सकते है कितनी बार यह सड़कों पर और कार्यालय में जनसुनवाई करते हुए पाए गए है। इनको पुलिसिंग के स्थान पर राजनीति में महारत हासिल है और यह किसी भी प्रकार का मिथ्या संगीन आरोप या षड्यंत्र मेरे खिलाफ कर सकते है जिसकी विश्वस्त सूत्रों से मुझे जानकारी प्राप्त हुई है। मुझे लोनी की जनता ने चुना है इसलिए उनके साथ अन्याय न हो यह मेरा नैतिक दायित्व है जिसका निर्वहण मैं पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कर रहा हूं।
थानों और चौकी में दलाली चरम पर, कराई जा सकती है मेरी हत्या
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पत्र में कहा मेरे बार-बार कहने के बावजूद लोनी में मांस की दुकाने/कट्टीघर (एयरक्राफ्ट ओर्डिनेंस से आच्छादित क्षेत्र), भूमाफियाओं, नशे व सट्टे के कारोबार, आॅटो से उगाही चरम-सीमा पर है। मुस्लिम समाज के लोग पुलिस के सुरक्षित व संगठित उगाही के माध्यम बन गए है जो थानों और चौकी में दलाली का कार्य कर रहे है। मेरी हत्या करवाने का षड्यंत्र करने वाले अपराधियों का एक आॅडियो भी मुझे प्राप्त हुआ है जिसे मैं आपसे मिलकर अवगत करा दूंगा।
उन्होंने पत्र में कहा पूरी तरह से लोनी में संचालित उक्त अवैध व अनैतिक कार्यो पर पूर्ण विराम लगाने की कृपा करें, ईमानदार सेवानिवृत्त जजों की एक टीम के द्वारा आप पुलिस के इस बड़े अधिकारी की जांच करवाले व मेरी भी, अगर मेरी किसी भी कार्य में संलिप्तता हो तो आप मेरा इस्तीफा ले ले और अगर पुलिस के यह बड़े अधिकारी कथनानुसार दोषी पाए जाते है तो मुझे उम्मीद है कि आप उनका भी इस्तीफा लेंगे जिससे पूर्व की तरह जनता का कानून-व्यवस्था एवं आपमें भरोसा बना रहे सके।