मजबूत बूथ और मण्डल ईकाइयां ही 2027 के चुनावों में
भाजपा संगठन पर्व 2024 के तहत अवध क्षेत्र की कार्यशाला संपन्न
शक्तिकेंद्र स्तर पर विस्तारक तय किए जाएँगे जो तीन दिन तक स्थानीय स्तर पर प्रवास कर बूथ समितियों का सत्यापन करेंगे
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के ‘संगठन पर्व’ 2024 के तहत प्रदेश में हो रहे पार्टी के संगठनात्मक चुनावों के संदर्भ में सोमवार को विश्वेश्वरैया सभागार लखनऊ में अवध क्षेत्र की कार्यशाला सम्पन्न हुई। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने उपस्थित प्रतिनिधियों को मंडल अध्यक्षो के चुनाव की प्रक्रिया और संगठनात्मक चुनाव से जुडे़ अन्य विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। कार्यशाला में उपस्थित प्रतिनिधियों को पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमापति त्रिपाठी, प्रदेश महामंत्री व अवध क्षेत्र के प्रभारी संजय राय, प्रदेश के सह चुनाव अधिकारी रंजना उपाध्याय, अवध क्षेत्र के अध्यक्ष कमलेश मिश्रा ने भी संबोधित किया।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने संगठन पर्व के तहत हुई अवध क्षेत्र की क्षेत्रीय कार्यशाला को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में प्राथमिक सदस्य और सक्रिय सदस्य बनाने का अभियान पूरा हो चुका है। बूथ समितियों के गठन और मण्डल अध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया चल रही है। जितना मजबूत बूथ और मण्डल की ईकाई होगी भाजपा भी उतनी ही मजबूत होगी। मजबूत बूथ और मण्डल ईकाइयां ही 2027 के चुनावों में भाजपा की तीसरी बार लगातार सरकार बनाने में सहयोगी होंगी। उन्होंने कहा कि सभी बूथों का भौतिक सत्यापन भी किया जाएगा। इसके लिए शक्तिकेंद्र स्तर पर विस्तारक तय किए जाएँगे जो तीन दिन तक स्थानीय स्तर पर प्रवास कर बूथ समितियों का सत्यापन करेंगे।
उन्होंने कहा कि मण्डल अध्यक्षों के निर्वाचन की भी प्रक्रिया चल रही है। निर्वाचन प्रक्रिया में शामिल लोगों को यह सुनिश्चित करना है कि 45 वर्ष की आयु तक के कार्यकर्ता ही मण्डल अध्यक्ष बने। विधानसभा और जिले में जो मण्डल अध्यक्ष निर्वाचित हो रहे हैं उनके चयन में सर्वव्यापी व सर्वस्पर्शी सिद्धांत के तहत प्रत्येक सामाजिक वर्ग को प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना है। महिलाओं की प्रतिभागिता भी सुनिश्चित हो। संगठन सशक्त बने इसके लिए निर्वाचन प्रक्रिया में सभी प्रमुख और वरिष्ठ लोगों से भी विचार विमर्श करना चाहिए ताकि उनके अनुभवों का लाभ मिल सके। भाजपा में श्रेष्ठता ही पैमाना है, इसका विशेष ध्यान रखा जाये। निर्वाचन प्रक्रिया में शामिल लोग इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि उन्हें निर्णय अपनी पसंद नापसंद से नहीं बल्कि संगठन हित को ध्यान में रखते हुए लेना है। मण्डल अध्यक्षों का निर्वाचन 15 दिसंबर तक पूरा किया जाना है। इसके बाद 30 दिसंबर तक जिलाध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया चलेगी।
अवध क्षेत्र की कार्यशाला में संगठनात्मक चुनाव के जिला चुनाव अधिकारी-सहचुनाव अधिकारी, मंडलो के चुनाव अधिकारी सहित जिलाध्यक्ष, जिलाप्रभारी सम्मिलित हुए।