- मजहब आपस में बैर रखना नहीं सीखना तो हिंदुओं पर अत्याचार क्यों: अश्वनी उपाध्याय
- हिंदुओं की रक्षा के लिए अलग से सी होनी चाहिए: स्वामी आनंद स्वरूप
- हम फिर विश्व में हिंदू राष्ट्र बन के उभरेंगे: पवन सिन्हा गुरूजी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध तथा इस्कॉन मंदिर के धर्म गुरु चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई के लिए हिंदू संगठनों ने हजारों की संख्या में एकत्रित होकर कवि नगर रामलीला मैदान में विशाल आक्रोश सभा का आयोजन करते हुए बांग्लादेश को ललकार ने का काम किया तथा इस दौरान हिंदू समाज गाजियाबाद तथा हिंदू समाज सुरक्षा समिति गाजियाबाद ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
रविवार को सुबह 11 से कवि नगर रामलीला मैदान में गाजियाबाद जिले के अनेको हिंदू संगठनों एकत्रित होने लगे थे, बांग्लादेश के खिलाफ नारेबाजी करते हुए यह हिंदू संगठन के लोग कवि नगर रामलीला मैदान के मंच की ओर बढ़ने लगे और विरोध प्रकट करते हुए सभा स्थल पर पहुंचे। दूधेश्वर नाथ प्राचीन मठ मंदिर के महंत नारायण गिरी की अध्यक्षता में सभा प्रारंभ हुई। जिसमें वक्ता के रूप में नरेश विकल, वीरू भाई वाल्मीकि, आनंद स्वरूप महाराज, पवन सिन्हा गुरूजी और अश्वनी उपाध्याय ने विशाल आक्रोश सभा को संबोधित किया।
इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं और राजनीतिक दल एवं मीडिया चुप है उन्होंने कहा कि ना होनी चाहिए जो विश्व में कहीं भी हिंदुओं पर अत्याचार हो तो उसको मुंहतोड़ जवाब दे सके। उन्होंने कहा कि भाईचारा बढ़ाना बंद करें, अब केवल भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए कार्य करना होगा। विशाल आक्रोश सभा को संबोधित करते हुए अश्वनी उपाध्याय ने कहा कि हमें बताया जाता है मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, जब मजहब आपस में बैल रखना नहीं सिखाता तो हिंदुओं पर अत्याचार क्यों हो रहे हैं हिंदुओं के मंदिरों पर आक्रमण बांग्लादेश में क्यों किया जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में जो भी विदेशी शासन आए उन्होंने शेरों के नाम बदलने का काम किया जब मजहब बैर रखना नहीं सीखा था तो उन शहरों के नाम क्यों बदले। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश का बायकाट भारत के लोगों को करना होगा, बांग्लादेश के सामानों की खरीदारी बंद करनी होगी तभी बांग्लादेश को इसकी हकीकत का पता चलेगा। उन्होंने जनसभा से अपील की की घटेंगे तो काटेंगे इसलिए बहारी शक्तियों का मुकाबला करें। इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए पवन सिन्हा गुरूजी ने कहा कि बहुत पहले ही कहा था मुस्लिम मुस्लिम का होता है उनसे भाई चारा की उम्मीद ना रखें। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विषय में बोलते हुए कहा कि हमें एकता के साथ बांग्लादेश को जवाब देने की जरूरत है। श्री सी ने कहा कि हम फिर विश्व में हिंदू राष्ट्र बन के उभरेंगे, लोगों को केवल राष्ट्रवाद को याद रखना होगा।
हिंदू समाज गाजियाबाद तथा हिंदू समाज सुरक्षा समिति गाजियाबाद ने अवगत कराया की बांग्लादेश में वहां के गैर हिंदू व्यक्तियों द्वारा हिंदुओं पर लगातार हमले किए जा रहे हैं. इन असामाजिक गैर हिंदू व्यक्तियों द्वारा हिंदू परिवारों को चिन्हित कर उनकी संपत्तियों को नष्ट करते हुए महिलाओं के साथ बलात्कार किया जा रहा है जिसे रोकने में वहां की सरकार लगातार नाकाम हो रही है।
उल्लेखनीय की वहां की सरकार भी इस प्रकार के कट्टरपंथियों के समर्थन में लगातार हिंदू समुदाय के किया जा रहे हैं विनाश को लेकर मुकदर्शक बनी हुई है। बांग्लादेश में हिंदू नरक के समान जीवन व्यतीत कर रहा है तथा पुलिस प्रशासन तथा किसी भी संस्था से उसे किसी प्रकार की कोई मदद नहीं मिल रही है. बांग्लादेश में जो वर्तमान में वातावरण है वह हिंदू समुदाय के लिए इस कदर भयानक हो चुका है की वहां की सभी सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाएं सभी मिलकर हिंदू समाज का शोषण कर रहे हैं. बड़े दुर्भाग्य का विषय है कि इस संबंध में पूरे विश्व समुदाय को जो प्रयास किया जाना चाहिए था, वह अभी तक उस स्तर पर नहीं हो रहा है। बांग्लादेश में हिंदुओं के इस विनाश पर पूरा विश्व समुदाय तथा विश्व की तथा-कथित शांति संगठन भी मौन व्रत लिए हुए हैं। विश्व में शांति स्थापित करने वाले तथा कथित मानव अधिकार संगठन तथा वैश्विक संगठन भी बांग्लादेश में हिंदुओं के विनाश तथा हिंदू महिलाओं के जबरन धर्मांतरण एवं बलात्कार पर आंखें मूंदे हुए है।
समिति बांग्लादेश में वहां के स्थानीय प्रशासन की हिंदुओं को रक्षा प्रदान करने के दायित्व में असफल रहने तथा हिंदू समाज के व्यक्तियों के उत्पीड़न पर वहां की सभी संवैधानिक संस्थाओं के नाकाम हो जाने पर रोष प्रकट करती है। इस्कॉन एवं अन्य हिंदू समाज के संगठनों ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए इस संबंध में लोकतांत्रिक तरीके से वहां पर अपने कष्ट को प्रकट किया था, किंतु कट्टरपंथियों के प्रभाव वाली वहां की सरकार ने दमनकारी नीति अपनाते हुए सभी को जेल में डाल दिया या उनके विरुद्ध झूठे मुकदमे पंजीकृत कर दिए हैं। इस प्रकार के पूर्ण शांतिप्रिय तथा लोकतांत्रिक रूप से अपनी बात रखने वाले समाज के किसी नेतृत्व को जो एक वर्ग का प्रतिनिधित्व भी करते हैं को इस प्रकार से गैर कानूनी तरीके से गिरफ्तार करना उनका प्रताड़ित करना तथा उनके अधिकारों का हनन करना अलोकतांत्रिक तथा अमानवीय तो है ही साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकारों का भी स्पष्ट रूप से उल्लंघन है।
भारतवर्ष बांग्लादेश का पड़ोसी देश है तथा वहां पर रह रहे हिंदू समाज के लिए आशा का एक केंद्र बना हुआ है। वहां के हिंदू समाज ने कभी भी किसी प्रकार का कोई गैरकानूनी अथवा अलोकतांत्रिक प्रकृति का कोई कार्य नहीं किया है इसके बावजूद वहां पर गैर हिंदू व्यक्तियों द्वारा उनको चिन्हित करते हुए उनकी संपत्तियों पर लगातार कब्जा किया जा रहा है ताकि वह लोग वहां न रह सके तथा बांग्लादेश को खाली कर वहाँ से भाग जाएं. वहां पर हिंदुओं की इस दुर्दशा से पूरा हिंदू समाज आक्रोशित तथा उद्वेलित है। भारत के अन्य हिंदू समाज के साथ-साथ गाजियाबाद जनपद का हिंदू समाज भी बांग्लादेश में हिंदुओं की इस दुर्दशा तथा उनके विरुद्ध लगातार किए जा रहे हमले से सदमे की स्थिति में है।
इसी अनुक्रम में गाजियाबाद का समस्त हिंदू समाज भी माननीय राष्ट्रपति जी से यह मांग करता है कि वह बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार उनके संपत्तियों के विनाश तथा हिंदू महिलाओं के साथ किया जा रहे बलात्कार एवं उनके जबरन धर्मांतरण को रोकते हुए इस संबंध में कठोर कार्रवाई कर बांग्लादेश के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंध तथा अन्य उस स्तर की तुरंत कार्यवाही करें।
समिति ने राष्ट्रपति से यह भी मांग की कि भारत सरकार बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा तथा झूठे मुकदमों में दर्ज हिंदू समुदाय के व्यक्तियों की बिना शर्त रिहाई के संबंध में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वार्ता करते हुए इस स्तर पर ठोस तथा प्रभावी कार्यवाही को अमल में लाए।
समिति राष्ट्रपति से अनुरोध किया कि बांग्लादेश में हिंदुओं के उत्पीड़न तथा प्रताड़ना पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैश्विक संगठनों को इस संबंध में एकजुट करते हुए बांग्लादेश के विरुद्ध ठोस कार्यवाही कर बांग्लादेश को दी जाने वाली अंतरराष्ट्रीय सहायता पर तुरंत रोक लगवाने की पहल करें। सभा में जहां विभिन्न हिंदू संगठनों के लोगों ने हजारों की संख्या में पहुंचकर बांग्लादेश के खिलाफ विरोध प्रकट किया वहीं पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और प्रमुख लोग भी मौजूद रहेजिसमें सांसद अतुल गर्ग, प्रदेश सरकार में मंत्री सुशील शर्मा, विधायक नंदकिशोर गुर्जर विधायक संजीव शर्मा विधायक मंजू सिवाच शाहिद बड़ी संख्या में धर्मगुरु और सामाजिक संस्थाओं के लोग भी मौजूद रहे।