- आकांक्षा हाट 2024 का शुभारंभ करेंगे सीएम योगी
- महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन देने की दिशा में मुख्यमंत्री का प्रयास
- आकांक्षा हाट 2024 के आयोजन से स्थानीय उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
- जम्मू-कश्मीर के साथ सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान का अवसर प्रदान करेगा आकांक्षा हाट 2024
- महिलाओं को आर्थिक अवसर प्रदान करने का माध्यम बनेगा आकांक्षा हाट 2024
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी दिशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 9 नवंबर 2024 को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित होने वाले “आकांक्षा हाट 2024” का उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक नई पहल है, जिसका उद्देश्य महिला उद्यमियों और स्व-सहायता समूहों (रऌॠ२) को अपने उत्पादों और कौशलों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करना है।
आकांक्षा समिति, उत्तर प्रदेश के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारियों की पत्नी संघ (आईएएसओडब्ल्यूए) का एक विकासशील अंग है, जो राज्य की महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए समर्पित है। राज्य के सभी 75 जिलों में कार्यरत इस समिति का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के स्व-रोजगार और स्व-सहायता समूहों को आर्थिक अवसर प्रदान करना है। आकांक्षा हाट 2024 के माध्यम से यह समिति महिलाओं को अपने उत्पादों, कौशल, और शिल्प को प्रदर्शित करने का अवसर देगी, जिससे वे अपने परिवार और समाज को आर्थिक रूप से मजबूत बना सकेंगी।
आकांक्षा हाट 2024 के आयोजन से स्थानीय उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
आकांक्षा हाट 2024 का आयोजन स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने और महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इस आयोजन में हर जिले को एक समर्पित स्टॉल प्रदान किया जाएगा, जहां विभिन्न जिलों की महिला उद्यमी अपने क्षेत्रीय उत्पादों और शिल्प का प्रदर्शन करेंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार का यह प्रयास है कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अधिक से अधिक आर्थिक अवसर प्रदान किए जाएं, ताकि वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन सकें और समाज में अपनी एक मजबूत पहचान बना सकें।
जम्मू-कश्मीर के साथ सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान
आकांक्षा हाट 2024 में ‘ट्विन स्टेट इनिशिएटिव’ के तहत जम्मू और कश्मीर से महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों को भी आमंत्रित किया गया है। इस पहल का उद्देश्य दोनों राज्यों की महिला उद्यमियों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है। इससे उत्तर प्रदेश की महिला उद्यमियों को न केवल नए कौशल और विचारों को सीखने का अवसर मिलेगा, बल्कि उन्हें अपने व्यवसाय को व्यापक स्तर पर विस्तार देने में भी सहायता मिलेगी।